इंडिया न्यूज, लखनऊ:
100 Passengers Lost After Returning Home: दुनिया भर के 38 देशों में ओमिक्रॉन फैल चुका है, और भारत में भी 4 केस सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन संकट को देखते हुए उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने एक्टिव सर्विलांस शुरू कर दिया है। विदेश से लौटे यात्रियों ने स्वास्थ्य विभाग के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर दीं हैं। कंट्रोल रुम के जरिए लगातार संपर्क करने के बावजूद इन लोगों से संपर्क नहीं हो रहा है।
अब इन यात्रियों को ट्रेक करने के लिए आरआरटी यानी रैपिड रिस्पांस टीम लगाई जा रही है जो घर घर जाकर इन यात्रियों से संपर्क करेगी। विभागीय अफसरों की माने तो विदेश से आने के बाद स्वास्थ्य विभाग का इन यात्रियों से संपर्क न होने वालों की संख्या लगभग 100 से ज्यादा है और इन्हें खोजने के लिए जरूरत पड़ने पर स्थानीय पुलिस व लोकल इंटेलिजेंस यूनिट का भी सहयोग लिया जा सकता है।
एयरपोर्ट पर यात्रियों का आरटीपीसीआर जरूरी 100 Passengers Lost After Returning Home
लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर रोजाना गल्फ कंट्री से करीब 6 से 7 फ्लाइट आ रहीं हैं, जिनमें 1800 यात्री आते हैं। 29 नवंबर से विश्व भर में ओमिक्रोन संकट गहराने के बाद प्रदेश सरकार ने सभी यात्रियों का एयरपोर्ट परिसर में ही RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया था। टेस्ट के बाद इन यात्रियों को 7 दिन तक घर में रहने के निर्देश दिए जाते हैं और आठवें दिन दोबारा कोरोना जांच कराना होता है। इन 7 दिनों के बीच कोविड कमांड सेंटर की टीम लगातार इनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहीं हैं, पर इनसे फोन पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसी कारण से अब रैपिड रिस्पांस टीम को इन्हें ट्रेक करने के लिए लगाया गया है।
आरआरटी देगी घर पर दस्तक 100 Passengers Lost After Returning Home
15 नवंबर से 28 नवंबर के बीच विदेश से लौटे 200 यात्रियों ने नहीं उठाया फोन है। कई बार संपर्क करने पर कुछ से संपर्क स्थापित हुआ पर करीब 40 यात्री अभी संपर्क से कटे हैं। वहीं 29 नवंबर से 3 दिसंबर तक आएं यात्रियों में भी करीब 150 यात्रियों से प्रतिदिन संपर्क करने के प्रयास में अड़चन आ रही है। इनमें से करीब 60 यात्रियों से तमाम प्रयासों के बाद भी संपर्क नहीं हुआ, अब इनके घरों पर दस्तक देने आरआरटी भेजी जा रही है, और जरूरत पड़ने पर पुलिस की मदद ली जाएगी।