India News UP (इंडिया न्यूज़), Mukhtar Ansari News: कल रात बाँदा के अस्पताल में माफिया से नेता बने मुख़्तार अंसारी की मौत हो गई। जिसके बाद पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया। इसी बीच मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका लगा है। अब्बास अंसारी ने कोर्ट से पिता के जनाजे में जाने की अर्जी लगाई थी, लेकिन कोर्ट से अब्बास अंसारी को बड़ा झटका लगा है।
अब्बास अंसारी पिता मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल नहीं हो पाएगा। दरअसल, मुख्तार अंसारी के जनाजे में बेटे अब्बास अंसारी की पैरोल वाली याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी है। फिलहाल, अभी इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है। अब परिवार सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में लगा है।
वही, परिवार के वकील उपेंद्र उपाध्याय ने बताया कि विधायक बेटे अब्बास अंसारी को पैरोल दिए जाने या फिर न्यायिक हिरासत में जनाजे में शामिल होने की इजाजत दिए जाने की परिवार की तरफ से गुहार लगाई गई थी। इस समय अब्बास अंसारी अभी यूपी की कासगंज जेल में बंद है। पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अब्बास अंसारी के वकील की तरफ से पैरोल के लिए कोशिश की गई थी।
मुख्तार का परिवार अदालत से इजाजत चाहता था। लेकिन हाईकोर्ट में दाखिल अर्जी पर सुनवाई नहीं हो सकी। एमपी एमएलए से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में मुख्तार के परिवार की अर्जी मेंशन होनी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस संजय सिंह की बेंच न बैठने के कारण इसके मुकदमे को जस्टिस समित गोपाल की बेंच में ट्रांसफर कर दिया गया था।
जस्टिस समित गोपाल की बेंच ने दूसरी बेंच से आए किसी भी मुकदमे को सुनने से इंकार कर दिया। इस वजह से मुख्तार के परिवार की अर्जी हाईकोर्ट में मेंशन नहीं हो सकी है। अंसारी परिवार अब सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी में भी जुट गया है। हालांकि वकील इस बात की कोशिश में भी जुटे हुए हैं कि मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के यहां मेंशन हो जाए और चीफ जस्टिस किसी बेंच को सुनवाई के लिए नॉमिनेट कर दें।
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