सारे भगवान भारत में ही क्यों लेते है जन्म? प्रेमानंद महाराज ने बताई वजह
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज सवाल के जवाब देकर सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। वो लोगों का मार्गदर्शन करते है।
एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि ‘जब पूरी पृथ्वी एक समान है तो सारे भगवान भारत भूमि पर ही जन्म क्यों लेते हैं? इसके जवाब कहा कि
वैसे तो भगवान सभी के अंदर है लेकिन केवल भक्तों के अंदर ही क्यों प्रकाशित होते है?
क्योंकी भारत में सभी संत और भक्त अपने अंदर भगवान को धारण कर ध्यान करते है, इसी वजह से भगवान यहां जन्म लेते है।
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि यहां की नदियों में स्नान के बाद सभी पाप धूल जाते है। यहां की मिट्टी को छूने के लिए सभी ऋषि मुनि शुरू से प्रयासरत रहे है।
भारत के अवध, काशी, वृंदावन, द्वारिका में बड़े-बड़े संत महात्मा ने जन्म इसलिए भगवान ने इन स्थानों पर जन्म लिया।
दूसरे देश के लोग भारत आकर चोटी रखते हैं, कंठी बांधते हैं, धोती पहनते हैं, माला हाथ में लेते ये सब भारत का प्रताप है।
उन्होंने आगे कहा कि 'भारत के समान तीनों लोकों में तो क्या, संपूर्ण विश्व में भी कोई स्थान नहीं है। यही कर्म का क्षेत्र है, यही धर्म का क्षेत्र है, यही ज्ञान का क्षेत्र है और यही प्रेम का भी क्षेत्र है।