कितनी थी सुदर्शन चक्र की स्पीड, इसके आगे ब्रह्मास्त्र कुछ भी नहीं
सुदर्शन चक्र नाम का अर्थ होता है शुभ दृष्टि।
सभी महाअस्त्रों में एक सुदर्शन चक्र ही ऐसा अस्त्र है, जो लगातार चलता रहता है।
सुदर्शन चक्र कैसे बना था इसे लेकर भी कई कहानियां हैं।
कुछ शास्त्रों के मुताबिक ये ब्रह्मा, विष्णु, महेश और बृहस्पति की शक्तियों से बना है।
लेकिन क्या आप जानते हैं सुदर्शन चक्र की स्पीड कतनी थी?
सुदर्शन चक्र मन की गति से चलता है।
ये दुश्मन का विनाश करके ही वापस आता है।
इससे बचने के लिए धरती पर कहीं भी छूपा नहीं जा सकता।
बात अगर इसकी स्पीड की करें तो ये 1 सेकंड में लाखों बार घूमता है।
इसका वजन तकरीबन 2200 किलो माना गया है।
वहीं इसका व्यास 12-30 सेंटीमीटर का है। इसके आगे ब्रह्मास्त्र कुछ भी नहीं है।