वो महिला पहलवान जिसे कुश्ती में कोई मर्द भी नहीं हरा पाया
भारत में कुश्ती हमेशा से ही बहुत प्रसिद्ध रही है।
आज भारत लगभग हर बड़े ओलंपिक टूर्नामेंट में कुश्ती में पदक जीत चुका है
लेकिन पहले इसे सिर्फ पुरुषों का खेल माना जाता था
यूपी की हमीदा बानो कुश्ती में अपना खुब नाम बनाया और इस बात को गलत साबित कर दिया
कुश्ती के दंगल में कोई भी आदमी उनके सामने टिक नहीं पाता था।
हमीदा बानो ने 1940 और 1950 के दशक में यह घोषणा करके पुरुषों को चुनौती दी
और कहां मै उसी से शादी करेंगी जो उन्हें दंगल में हरा देगा
पहला कुश्ती मैच जिसने हमीदा को असली पहचान दिलाई वह 1937 में लाहौर के फिरोज खान के खिलाफ था।
इस मैच में हमीदा ने फिरोज को हरा दिया।
हान के लिए ये आश्चर्य की बात थी कि वह एक महिला से हार गया।
इसके बाद हमीदा काफी मशहूर हो गईं।