इंडिया न्यूज, कासगंज :
Student who Returned to Kasganj Told his Ordeal रूस-यूक्रेन युद्ध ( Russo-Ukraine War) के बीच कासगंज (Kasganj ) का एक छात्र सुरक्षित वापस घर आ गया। उसने बताया कि उसे नौ घंटे लाइन में लगना पड़ा। इसके बाद वह रोमानिया बॉर्डर पर पहुंच सका। मेडिकलल छात्र विशाल की सुरक्षित वापसी पर परिजनों व रिश्तेदारों में खुशी की लहर दौड़ गई।
छात्र ने बताया यूक्रेन से बाहर निकलने में काफी मुसीबतें हुईं। आठ किलोमीटर पैदल चले तब रोमानिया के बॉर्डर पर पहुंचे। फिर नौ घंटे धक्का-मुक्की के बीच लाइन में लगना पड़ा। ऐसी मुसीबत उनके ही नहीं बल्कि अन्य भारतीयों के सामने भी रही। यूक्रेन में हालात बेहद खराब हैं। कीव, खारकीव सहित अन्य शहर रूस के निशाने पर हैं। लगातार बमबारी हो रही है। विशाल ने बताया कि वह 26 फरवरी को विनीसिया से एक बस में बैठकर रोमानिया बॉर्डर के लिए निकले, लेकिन बस ने बॉर्डर से काफी पहले ही उतार दिया। गुरुवार की रात को रोमानिया से भारत की फ्लाइट मिली। तब वापसी हो पाई।
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यूक्रेन के खारकीव में एयर टेक्नीशियन की शिक्षा ले रहे गंगागढ़ के छात्र गिर्राज यादव गुरुवार को घर वापस आया। बुधवार की देर रात वह दिल्ली एयरपोर्ट से अपने गांव गंगागढ़ पहुंचा, तो परिवार के लोगों में खुशियां थी और कई दिनों बाद उन्होंने चैन की सांस ली। गिर्राज ने कहा कि खारकीव में 22 फरवरी से ही अटैक शुरू हो गया था। पहले खारकीव के बाहरी हिस्सों में बमबारी हुई, लेकिन 36 घंटे के अंदर रूस की सेना ने खारकीव में प्रवेश कर लिया।
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