वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज अपने प्रवचनों के लिए काफी मशहूर हैं।
लोगों से भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति का मार्ग दिखाने और बुरी आदतों को छोड़ने का आग्रह करते हैं।
प्रेमानंद महाराज के जीवन में कई ऐसी घटनाएं घटीं, जिससे उन्हें लगा कि भगवान हर कदम पर उनके साथ हैं।
युवावस्था के दौरान उन्होंने अपना ज्यादातर समय उत्तर प्रदेश के महोबा में भी बिताया।
प्रेमानंद महाराज को वाराणसी जाना था, तब उनके एक भक्त ने उन्हें वाराणसी जाने वाली ट्रेन में एक टिकट दिया।
अनपढ़ होने के कारण प्रेमानंद महाराज रिजर्वेशन डिब्बे में बैठ गए।
टिकट देखते ही टीसी ने कहा कि ये सिर्फ 3 स्टेशनों का टिकट है और आपको वाराणसी जाना है।
इसके बाद टीसी ने प्रेमानंद महाराज को भला बुरा भी कहा और जब वह बाबा को ट्रेन से उतारने ही वाला था, तभी एक आदमी आया और टीसी से अंग्रेजी में बात करने लगा।
उस बदतमीज व्यक्ति ने प्रेमानंद बाबा की वाराणसी तक की टिकट बुक कर दी और बाबा की तरफ देखते हुए कहा कि अगर आप वाराणसी तक ऐसे ही बैठ कर जाए रहे।