इंडिया न्यूज, वाराणसी।
On EVM Controversy DM take Action to ADM Supply : ईवीएम पर मचा सियासी तूफान बुधवार को तब थमा जब डीएम ने एडीएम (आपूर्ति) नलिनी कांत सिंह को सभी निर्वाचन कार्यों से अवमुक्त कर दिया। नलिनी कांत सिंह को ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया गया था। जिला निर्वाचन अधिकारी सह डीएम कौशल राज शर्मा द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, नलिनी कांत सिंह ने मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी और राजनैतिक दलों को मूवमेंट प्लान शेयर किए बिना ही ईवीएम को प्रशिक्षण कार्य के लिए यूपी कॉलेज भेजा। (On EVM Controversy DM take Action to ADM Supply)
आदेश के अनुसार, नलिनी कांत की इस लापरवाही की वजह से वाराणसी के प्रत्याशियों में बहुत बड़े भ्रम की स्थिति फैली, जिसे नियंत्रित करने में वाराणसी जिले की छवि गंभीर रूप से धूमिल हुई। ऐसी गंभीर अनियमितता के कारण एडीएम नलिनी कांत सिंह को ना सिर्फ ईवीएम नोडल प्रभारी के कार्य से अवमुक्त कर दिया गया बल्कि निर्वाचन के सभी कार्यों से हटा दिया गया।
उनके मतगणना स्थल पर जाने पर भी रोक लगाने का आदेश है। नलिनी कांत की जगह पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार को ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया गया है। बता दें कि मंगलवार शाम वाहन से ईवीएम मिलने पर समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों को कार्यकर्ताओं ने खासा हंगामा किया था। उन्हें समझाने में प्रशासन को नाकों चने चबाने पड़े थे। (On EVM Controversy DM take Action to ADM Supply)
रात में ही जब हंगामा हो रहा था तो मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने मूवमेंट प्लान शेयर करने में चूक की बात स्वीकार की थी। तभी से अंदेशा था कि इस मामले में कोई ना कोई कार्रवाई जरूर होगी। पहड़िया मंडी स्थित मतगणना केंद्र के बाहर रातभर चले हंगामे के बाद बुधवार दोपहर से नेताओं की जुटान होने लगी है। मतगणना स्थल से ईवीएम बाहर ले जाने पर नौ घंटे चले बवाल के बाद प्रशासन व प्रत्याशियों को बीच सहमति तो बन गई लेकिन कुछ शंकाएं रह गईं हैं।
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