इंडिया न्यूज, वाराणसी।
Rangbhari Ekadashi 2022 in Kashi : रंगभरी एकादशी पर शिव की नगरी काशी आज अनूठे रंगोत्सव की साक्षी बनेगी। मौका होगा बाबा विश्वनाथ के गौने का। बाबा गौना कराने रजत पालकी से निकलेंगे। काशीपुराधिपति शिवभक्तों को राजसी स्वरूप में दर्शन देंगे। रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ के स्वर्णमयी दरबार में बाबा का गौना उत्सव मनाया जाएगा। (Rangbhari Ekadashi 2022 in Kashi)
महंत आवास से रजत सिंहासन पर विराजमान होकर काशी विश्वनाथ मां पार्वती व प्रथमेश के साथ काशी की गलियों में निकलेंगे। शिवभक्त बाबा की अगवानी में काशी की गलियों में गुलाल की होली खेलेंगे। गौरा का गौना कराने जब काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ की रजत सिंहासन वाली डोली निकलेगी तो आस्थावानों के लिए आस्था की निधि बन जाएगी।
हर मन में त्रिपुरारी की पालकी का स्पर्श करने की चाह रहेगी। रजत सिंहासन वाली डोली पर जब बाबा सपरिवार सवार होकर निकलेंगे तो गलियां अबीर-गुलाल से पट कर लाल हो जाएंगी। छतों, बारजों, गलियों के दोनों किनारों पर पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की भीड़ होगी। (Rangbhari Ekadashi 2022 in Kashi)
स्वर्ण शिखरों वाले मुक्तांगन का हर कोना लाल-गुलाल से पट जाएगा। गर्भगृह में महाआरती के बाद बाबा का शृंगार किया जाएगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में रंगभरी एकादशी पर दिव्य, भव्य और नव्य स्वर्णिम गर्भगृह में बाबा विश्वनाथ सपरिवार विराजेंगे। सोमवार को आरती भोग के बाद बाबा विश्वनाथ की चल रजत प्रतिमा का दर्शन शुरू होगा जो शाम चार बजे तक चलेगा।
शाम पांच बजे पालकी यात्रा निकाली जाएगी। भोले बाबा जब गौना कराने जाएंगे तो उनका राजशाही स्वरूप निखर कर सामने आएगा। अहमदाबाद से आई खादी के परिधान और सिर पर राजसी पगड़ी होगी। वहीं माता गौरा ब्रज से आई चुनरी को धारण करेंगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम शिवांजलि के स्थान में भी परिवर्तन किया गया है। (Rangbhari Ekadashi 2022 in Kashi)
इस बार कार्यक्रम का मंच महंत आवास के बगल में खुले स्थान पर बनाया जाएगा। इस वर्ष सांस्कृतिक अनुष्ठान शिवांजलि में देश-विदेश के कलाकारों की हाजिरी लगेगी। तबला वादक पंडित अशोक पांडेय, सुचरिता गुप्ता, पागल बाबा मुख्य आकर्षण होंगे। सूफियाना रॉक के लिए गायक अमित त्रिवेदी विशेष गायन करेंगे। इनके अलावा आराधना सिंह, नैना मिश्रा और प्रियंका पांडेय भी भजनों की प्रस्तुति देंगी।
(Rangbhari Ekadashi 2022 in Kashi)