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Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution : ध्वनि प्रदूषण में मुरादाबाद अव्वल, दुनिया में यूपी के शहर का दूसरा स्थान

• LAST UPDATED : March 28, 2022

इंडिया न्यूज, मुरादाबाद।

Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution : संयुक्त राष्ट्र के पर्यावरण कार्यक्रम के तहत जारी वार्षिक फ्रंटियर रिपोर्ट 2022 में चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए गए हैं। इसमें मुरादाबाद को देश नहीं बल्कि दुनिया का दूसरे नंबर का ध्वनि प्रदूषण वाला शहर घोषित किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मुरादाबाद में ध्वनि प्रदूषण 114 डेसीबल है। यह मानव स्वास्थ्य के लिहाज से काफी गंभीर है। (Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution)

हालांकि स्थानीय अधिकारियों ने इन आंकड़ों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने रिपोर्ट को गलत बताया है। क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि पिछले पांच माह का औसत ध्वनि प्रदूषण दिन के समय 72.4 डेसीबल और रात के समय 61.7 डेसीबल है।

ध्वनि प्रदूषण पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा (Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution)

यूएनईपी की फ्रंटियर 2022 रिपोर्ट में ध्वनि प्रदूषण को पर्यावरण के लिए उभरता खतरा माना गया है। रिपोर्ट में मुरादाबाद के अलावा भारत के सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण वाले शहरों में जयपुर, कोलकाता, आसनसोल और दिल्ली को भी शामिल किया गया है। दिल्ली में 83, जयपुर में 84, कोलकाता और आसनसोल में 89-89 डेसीबल ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया है। (Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution)

उल्लेखनीय है कि 70 डेसीबल से अधिक ध्वनि प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना गया है। रिपोर्ट में ध्वनि प्रदूषण से प्रदूषित शहरों में दक्षिण एशिया के 13 शहर शामिल हैं, जिनमें 5 शहर अकेले भारत के हैं। रिपोर्ट में दिए गए ध्वनि प्रदूषण के आंकड़े दिन के समय के यातायात अथवा वाहनों से संबंधित हैं।

मानव स्वास्थ्य के लिहाज से बताया खतरनाक (Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution)

रिपोर्ट के अनुसार, उच्च ध्वनि प्रदूषण की लंबी अवधि लोगों और नीति निर्माताओं के लिए चिंता का विषय है। यूरोपियन यूनियन के कम से कम 20 प्रतिशत नागरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक शोर की जद में हैं। रिपोर्ट में नियमित रूप से दिन में 8 घंटे 85 डेसीबल ध्वनि के संपर्क में रहने से सुनने की क्षमता स्थायी रूप से खत्म होने की आशंका व्यक्त की है। (Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution)

इतना ही नहीं, शहरों में लंबी अवधि तक अपेक्षाकृत कम ध्वनि प्रदूषण के संपर्क में रहने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, यूरोप में लंबे वक्त तक ध्वनि प्रदूषण में रहने से सालाना 12,000 अकाल मृत्यु होती हैं, 48,000 हृदय रोग के नए मामले आते हैं और 2.2 करोड़ लोग चिड़चिड़ेपन से पीड़ित होते हैं।

(Moradabad 2nd Ranks in World in Noise Pollution)

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