इंडिया न्यूज, मेरठ:
Mahapanchayat on Ghazipur border पीएम नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानून बिलों को निरस्त करने की घोषणा कर दी है पर आंदोलन कर रहे किसान अभी भी धरे पर डटे हुए हैं। दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन जारी है। दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को 26 नवंबर 2021 को पूरा एक साल हो जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि वह अपना आंदोलन खत्म नहीं करने वाले। क्योंकि उनकी मांगें अभी भी बाकी है। इन मांगों में मुख्य रूप से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पर कानून शामिल है। दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को 26 नवंबर 2021 को पूरा एक साल हो जाएगा।
एक साल पूरा होने पर गाजीपुर बार्डर पर किसानों की महापंचायत होगी। जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। इसके लिए बार्डर पर किसानों का हुजूम जुटना शुरू हो गया है। मेरठ से भी इसमें भाकियू के किसान शामिल होंगे। उधर, मेरठ में गुरुवार को भाजपा किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर रैली का आयोजन करते हुए कृषि कानूनों की वापसी को अपना समर्थन दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर किसानों ने गाजीपुर बार्डर पर 26 नवंबर शुक्रवार को होने वाली महापंचायत की तैयारी शुरू कर दी है।महापंचायत के लिए किसान जुटने शुरू हो गए हैं। मेरठ से भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी लगभग 15 ट्रैक्टर व 20 गाड़ियों के काफिले के साथ गाजीपुर बार्डर के लिए शुक्रवार सवेरे रवाना होंगे। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन की ओर से मेरठ से लगभग 200 किसानों की महापंचायत में भागीदारी होगी।