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कल होगा पहला बड़ा मंगल, लखनऊ में बड़े मंगल की आस्था है अलग

• LAST UPDATED : May 16, 2022

इंडिया न्यूज, lucknow: bada mangal 2020:  कल यानि की 17 मई को ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल पड़ रहा है। इस बार पांच बड़े मंगल पड़ेंगे। 17 मई, 24 मई, 31 मई, सात जून और 14 जून को बड़ा मंगल पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 17 मई को शिव योग, चंद्रमा मंगल की वृश्चिक राशि में और शनि का अनुराधा नक्षत्र का संयोग विशेष फलदायी है। 14 जून को ज्येष्ठ माह समाप्त हो जाएगा।

भगवान शिव के अवतार है हनुमान जी

हनुमान जी भगवान शिव के अवतार हैं। इनकी पूजा तत्काल फल देने वाली है। इन्हें संकटमोचन, ग्राम देवता के रूप में भी पूजा जाता है। माता सीता ने हनुमान जी को अष्ट सिद्धि और नवनिधि की प्राप्ति का वरदान दिया था। भक्त व्रत रखकर रामसीता, लक्ष्मण और हनुमान जी का पूजन कर भजन कीर्तन करते हैं और रामचरित मानस के सुंदरकांड का पाठ करना बहुत लाभदायक होता है। लाल वस्त्र, लाल चंदन, लाल फूल, सिंदूर, चमेली के तेल का लेप, तुलसी पत्र, बेसन के लडडू और बूंदी से बजरंगबली शीघ्र प्रसन्न होते हैं।

बड़े मंगल पर भंड़ारों की धूम

बड़े मंगल भंडारों की धूम होती है। जेठ की आग बरसती दुपहरी में भंडारों की कतार होती है। हर मोहल्ले और सड़क पर भंडारा लगता। लखनऊ में जेठ के सभी मंगल को कोई भूखा प्यासा नहीं रहता, शायद ही किसी के घर पर खाना बनता हो।
कोई वहीं खड़े होकर खाता, कोई गाड़ी में बैठकर तो कई लोग भंडारे का प्रसाद पैक कराकर घर ही ले जाते। कहने को तो प्रसाद, लेकिन पेट जब तक न भरे, खाते ही जाते। लखनऊ में बड़े मंगल की एक और खासियत रही है, इस दिन विशेषकर सरकारी दफ्तरों में काम न होता। आधे से ज्यादा स्टाफ भंडारे में प्रसाद बांटता ही मिलता। कुछ लोग तो परिवार को दफ्तर बुलाकर सपरिवार भंडारा वितरण करते।

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