होम / आजम ने क्यों दी परिवार सहित रामपुर छोड़ने की चेतावनी, जाने पूरा मामला

आजम ने क्यों दी परिवार सहित रामपुर छोड़ने की चेतावनी, जाने पूरा मामला

• LAST UPDATED : June 14, 2022

इंडिया न्यूज, रामपुर (Uttar Pradesh)। सपा नेता आजम खां ने कहा कि हमने कितनी बड़ी तहरीक चलाई थी बाबरी मस्जिद की, लेकिन किसी हिंदू देवी-देवता के खिलाफ तौहीन का एक लफ्ज भी नहीं कहा। यदि कहा हो तो दिखा दो, पूरे परिवार के साथ रामपुर छोड़ दूंगा और कभी शक्ल नहीं दिखाऊंगा। ऐसा क्यों किया हमने, क्योंकि मेरा दीन कहता है कि किसी दूसरे मजहब की तौहीन न करो। हमारे नबी को क्या-क्या नहीं कहा गया, लेकिन हमारे नबी ने कभी इंतकाम नहीं लिया। हमारे नबी ने कहा कि या अल्लाह इन्हें माफ कर दे। ये नादान हैं।

चुनावी सभा को किया संबोधित

रामपुर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में सपा प्रत्याशी आसिम राजा की हिमायत में किला मैदान में आजम खां ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने हुजूर की शान में गुस्ताखी को लेकर कहा कि उस बदनसीब का साथ मत दो। उसे उसके नसीब पर छोड़ दो। रसूल की शान तो बहुत बड़ी है। अपने शहर, रिश्ते को उसी तरह जोड़कर रखो, जितना 1942 से अब तक जोड़कर रखा है। यहां कभी हिंदू-मुसलमान के बीच झगड़ा नहीं हुआ। याद करो वो वक्त जब मक्का मदीना की गलियों में लोग रोते थे और कहते थे कि आज खत्म हो गया इस्लाम।

आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से राहत

आजम ने कहा कि कैसा भयानक कोरोना हुआ था, लेकिन मैं वापस लौटकर आया हूं, तो तुम्हारे लिए। मैं आज भी तुम्हारी मोहब्बतों का कर्जदार हूं। मुझे मारने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन मेरे कत्ल का इल्जाम नहीं लेना चाहते थे। उनका मंसूबा था कि सीतापुर जेल से तीन जनाजे बाहर निकलेंगे। उन्होंने नवाबों और अंग्रेजों के दौर को भी याद किया। उसने हमारे साथ जो किया था वो साजिशें आज भी जारी है। तुम्हारी तबाही और बर्बादी के मंसूबे आज भी तैयार होते हैं। उन्हें कामयाब मत होने देना। अपने आप को हरगिज कमजोर मत समझना। मेरे ऊपर जब पहला मुकदमा हुआ था तो मैं भी कुछ कर सकता था।

यह भी पढ़ेंः मजदूरों से भरी बस की ट्रक से टक्कर, तीन की मौत, 50 से ज्यादा घायल

Connect With Us : Twitter | Facebook

Tags:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox