इंडिया न्यूज, कन्नौज: उत्तर प्रदेश में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के अस्पतालों में औचक निरिक्षण के बावजूद लचर व्यवस्थाओं की हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से एक बेटा अपने पिता को कंधे पर लादकर घंटों इलाज के लिए इधर-उधर भटक रहा। खास बात यह थी कि इसी दौरान तिर्वा राजकीय मेडिकल कॉलेज में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का निरीक्षण भी चल रहा था।
एक घंटे भटकने का बाद मिला इलाज
सरकारी अस्पतालों की लापवाही के तमाम किस्से रोजाना सामने आते रहते हैं। बीते दिनों असप्ताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से एक पिता अपने मृतक बेटे को कंधे पर लादकर कई किलोमीटर तक पैदल चलता रहा था। करीब एक घंटे अस्पताल में भटकने के बाद पीड़ित को इलाज मिल सका।
अस्पतालों में नहीं मिला व्हील चेयर या स्ट्रैचर
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को डिप्टी सीएम का निरीक्षण भी कॉलेज प्रशासन के लिए बेअसर दिखा। जहां एक तरफ डिप्टी सीएम का निरीक्षण चल रहा था तो दूसरी तरफ एक पुत्र अपने पिता का इलाज कराने के लिए उसे कंधे पर लाद कर भटकने को मजबूर था। मोहल्ला आंबेडकर नगर निवासी कमलेश कुमार ने बताया कि पिता के पैर में चोट लग गई थी, इसलिए मेडिकल कॉलेज आया था। ओपीडी में कोई व्हील चेयर या स्ट्रैचर न होने की वजह से पिता को कंधे पर उठाकर डॉक्टर के पास ले गया।
डिप्टी सीएम ने जाना मरीजों का हाल
राजकीय मेडिकल कॉलेज में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों से जानकारी की। प्राचार्य डॉ. डीएस मार्तोलिया व सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह से उन्होंने जानकारी भी की। डिप्टी सीएम ने बाल रोग, गायनी वार्ड, जरनल वार्ड समेत कई विभागों का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखीं। मरीजों को बेहतर उपचार देने के निर्देश भी दिए । डिप्टी सीएम ने डॉक्टरों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं भी सुनी। उसके बाद डिप्टी सीएम का काफिला उमर्दा स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल केंद्र पर भी पहुंचा। यहां पौध आदि के बारे में जानकारी की।