सुल्तानपुर: सात माह का मासूम अनमय जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। 16 करोड़ रुपए की कीमत के इंजेक्शन से उसको मौत के मुह से निकाला जा सकता है। मासूम की जान बचाने के लिए डीएम रवीश गुप्ता ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से धन मुहैया कराने के लिए शासन को पत्र लिखा है।
जान बचाने के लिए चाहिए 16 करोड़ रुपए
डीएम ने मुख्यमंत्री को लिए गए पत्र में कहा कि जनता दर्शन में प्रार्थना पत्र के माध्यम से जानकारी हुई कि कोतवाली नगर के सौरमऊ स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी निवासी सुमित कुमार सिंह का पुत्र अनमय सिंह (7 माह) को गंभीर बीमारी है। इसकी जांच एसडीएम द्वारा कराई गई तो पुष्टि भी हुई। 16 करोड़ रुपए का खर्च है, जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया है।
बड़े-बड़े अस्पतालों में कराया इलाज
बता दें कि सुमित कुमार सिंह यूको बैंक में कर्मचारी हैं। पत्नी अंकिता सिंह गृहणी हैं। सुमित के एक 5 साल की बेटी और 7 माह का एक बेटा अनमय सिंह है। 3 माह पहले अनमय की शारीरिक ग्रोथ में कुछ कमी हुई, परिवार ने उसे दिल्ली के सर गंगा राम और एम्स जैसे बड़े अस्पताल में दिखाया।
2 साल के भीतर हो जाती है मौत
डॉक्टरों के मुताबिक अनमय को स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी यानी एसएसए टाइप वन नाम की गंभीर बीमारी हो चुकी है। जो करोड़ों बच्चों में एकाध को ही होती है। इस बीमारी के लक्षण मात्र 6 माह में ही आने लगते हैं और 2 साल के भीतर ही बच्चे की मौत हो जाती है। इस बीमारी में जो इंजेक्शन लगता है उसमें एक इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपये है।