इंडिया न्यूज यूपी/यूके, मुरादाबाद: अपने बयानों के वजह से हमेशा चर्चा में बने रहने वाले सपा सांसद एसटी हसन ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत के जनसंख्या को लेकर दिए गए बयान का समर्थन दिया है। बता दें कि मोहन भागवत ने जाति और वर्ण व्यवस्था को लेकर बयान दिया था।
‘अब जनसंख्या बहुत ज्यादा नहीं बढ़नी चाहिए’
सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि इस्लाम ने इस जाति और वर्ण व्यवस्था को 14 साल पहले खारिज किया। अब जनसंख्या बहुत ज्यादा नहीं बढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे पास 1.25 करोड़ भारतीय हैं। जिनकी वजह से इकोनामिक बेलेंस में है। दुनिया मे मंदी आ जाये भारत मे नही आती। हमारे पास साइंटिस्ट हैं, इंजीनियर है, और मजदूर हैं। मैं मानता हूँ अब सेचुरेशन हो गया है।
हिंदुओं को किया जाता है डराने का काम
साथ ही उन्होंने कहा कि जनसंख्या कोई विशेष वर्ग नहीं बढ़ाता है। हिन्दू भाइयों को यह कहकर डराया जाता है कि मुसलमानों की जनसंख्या बहुत ज्यादा हो जाएगी लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।
चर्चाओं में रहा था मोहन भागवत का यह बयान
मोहन भागवत ने कहा था कि बढ़ती हुई जनसंख्या में असंतुलन भौगोलिक सीमाओं में बदलाव का बड़ा कारण बनती है। अब जरूरत है कि एक ऐसी जनसंख्या नीति आए जो सभी पर समान रूप से लागू हो और किसी को भी इसके दायरे से बाहर रहने की छूट नहीं मिलनी चाहिए। भागवत ने आगे कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के साथ-साथ धार्मिक आधार पर जनसंख्या संतुलन को अहमियत देना चाहिए जिसकी अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।
चीन की वन फैमिली-वन चाइल्ड नीति का जिक्र करते हुए भागवत ने कहा कि जहां हम जनसंख्या पर नियंत्रण की कोशिश कर रहे हैं, वहीं हमें देखना चाहिए कि चीन में क्या हो रहा है। उस देश ने वन फैमिली-वन चाइल्ड नीति को अपनाया और अब वह बूढ़ा हो रहा है।
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