Health News:
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग अहम कदम उठाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेली रेडियोलॉजी व टेली मेडिसिन की सुविधा बढ़ाने का फैसला किया है। इससे मरीजों को शहर के बड़े अस्पतालों तक दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह आसानी से मिल सकेगी।
अभी प्रदेश के 250 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध है। इनकी संख्या बढ़ाने का खाका तैयार किया जा रहा है। 361 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीरेडियोलॉजी की सेवा संचालित की जा रही है। मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसिन व टेली रेडियोलॉजी की सुविधा बढ़ाई जाएगी। इससे मरीजों को समय पर बेहतर इलाज मिल सकेगा। भाग दौड़ में मरीजों को अधिक समय नहीं बेकार होगा।
डॉक्टरों के मुताबिक टेलीमेडिसिन में मरीज विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। जिन विधाओं को विशेषज्ञ डॉक्टर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में नहीं हैं, वे जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह पा सकेंगे। वहीं टेली रेडियोलॉजी में मरीज जांच रिपोर्ट के आधार पर विशेषज्ञ डॉक्टरों क सलाह पा सकेंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के बावत लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जा रहा है। प्रदेश के कुछ और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को टेलीमेडिसिन और टेलीरेडियोलॉजी से जोड़ने की दिशा में कदम उठाया जाएगा। इसका खाका तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है। इससे जिला स्तरीय अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का दबाव कम होगा। – बृजेश पाठक, उपमुख्यमंत्री
फैक्ट फाइल
वर्ष टेली रेडियोलॉजी के लाभार्थी टेलीमेडिसिन के लाभार्थी
2019-20 369389 183122
2020-21 322388 338489
2021-22 269259 446750
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