Lucknow
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: हेट स्पीच मामले में रामपुर विधायक आजम खान को सजा होने का ऐलान होने के बाद से सियासी घमासान शुरू हो गई है। आजम खान को तीन साल की सजा का ऐलान रामपुर कोर्ट ने किया है। इसके बाद उनकी विधायकी को भी रद्द कर दिया गया। अब इस मामले पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।
बीजेपी कर रही विपक्ष के खिलाफ बदले की कार्रवाई
इस बार अखिलेश यादव खुलकर सामने आए हैं।अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी जबसे सत्ता में आई है, विपक्ष के प्रति उसकी बदले की कार्रवाई थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन विपक्षी नेताओं की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने का सिलसिला जारी है। समाजवादी पार्टी के नेताओं के प्रति बीजेपी का रवैया दुश्मनों जैसा है। यह लोकतंत्र में अवांछनीय है।
बीजेपी की नजरों मे खटकते हैं आजम खान
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार के निशाने पर मुख्य रूप से रामपुर के लोकप्रिय समाजवादी नेता मोहम्मद आजम खान हैं, जिन पर रोज फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें हर तरह से परेशान किया जा रहा है। आजम खान बीजेपी सरकार की आंखों में इसलिए खटकते हैं, क्योंकि वे साम्प्रदायिक ताकतों के धुर विरोधी है और लोकतंत्र तथा समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं। रचनात्मक कार्यों में उनकी विशेष रूचि है। आजम संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले नेता रहे हैं।
बीजेपी की कोई जनकल्याणकारी योजना नहीं बनाई
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने केन्द्र के अपने आठ साल और राज्य में अपने साढ़े पांच साल से अधिक के कार्यकाल में ऐसी कोई भी योजना नहीं बनाई जो जनकल्याणकारी हो। शिक्षा के क्षेत्र में बीजेपी सरकार ने अव्यवस्था फैलाने के अलावा कुछ और नहीं किया। सामाजिक तानाबाना को नष्ट करने में बीजेपी अव्वल है। आजम नफरती राजनीति के विरोधी थे, इसलिए वे बीजेपी की आंख की किरकिरी बन गए हैं।
विधानसभा में उनके अकाट्य तर्कों और तीखे बयानों से बीजेपी नेता असहज रहते थे, इसलिए उनके खिलाफ षडयंत्र के बीज बोए जाने लगे। बीजेपी को चिढ़ है कि रामपुर में आजम ने एक उच्चस्तरीय शैक्षिक संस्थान मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय बना दिया, जिससे इस क्षेत्र के नोजवानों को आगे बढ़ने का मौका मिलना तय था। इस बड़े काम की प्रशंसा के बजाय बीजेपी सरकार यूनिवर्सिटी को ही मटियामेट करने पर तुल गई। आजम साहब पर न जाने कितने झूठे मुकदमें लगा दिए गए. बीजेपी मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को ध्वस्त करने में लगी है।