इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Manufacture of AK-203 Rifle in Amethi: देश ने रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भता की तरफ एक और कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने रूस के साथ हुए समझौते के तहत उत्तर प्रदेश के अमेठी में अत्याधुनिक एके-203 राइफल के निर्माण की मंजूरी दे दी है। इस समझौते के तहत अमेठी के कोरवा में कारखना स्थापित किया जायगा जिसमें 6 लाख राइफल तैयार किए जायेंगे, जबकि 1 लाख राइफल्स की आपूर्ति रूस करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्टÑपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक से पहले यह फैसला लिया गया है। मोदी और पुतिन की बैठक सोमवार को दिल्ली में होगी।
भारत और रूस के बीच एससीओ (शंघाई कॉपोर्रेशन ऑर्गनाइजेशन) में हुए सौदे के तहत 1 लाख राइफल्स का आयात रूस करेगा जबकि 6 लाख राइफल्स का निर्माण भारत खुद करेगा। इन्हें भारत और रूस के ज्वाइंट वेंचर इंडो-रशिया राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) द्वारा तैयार किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समिट में हिस्सा लेने के रूस गए थे। इस सौदे के तहत अब इन राइफल को उत्तर प्रदेश में तैयार किया जाएगा। इन्हें हिमालय की ऊंची और ठंडी टेरेन में तैनात इंडियन आर्मी इस्तेमाल करेगी।
एके-203 को एके-47 राइफल्स का सबसे एडवांस्ड वर्जन माना जाता है। 1996 से इस्तेमाल हो रहे इंडियन स्मॉल आर्म्स सिस्टम (इंसास) असॉल्ट राइफल की जगह अब एके-203 लेगा। इन हथियारों के तात्कालिक डिफेंस इक्विपमेंट्स को भी जल्द से जल्द सौंपे जाने को लेकर इंडिया रूस में सहमति बनी है। हिमालयन रेंज में चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए इसे बड़ा कदम माना जा रहा है।