इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा अपने मंत्रियों को चंडीगढ़ के पंजाब कांग्रेस भवन में बैठने के आदेश पर कड़ी आपत्ति जताई और पूछा कि क्या पंजाब के मंत्री केवल कांग्रेस के मंत्री हैं? अगर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित सभी कैबिनेट मंत्री खुद को पंजाब और पंजाबियों के मंत्री मानते हैं, तो वे पंजाब सिविल सचिवालय में अपने आधिकारिक कार्यालयों में क्यों नहीं बैठते जहां हर कोई शिकायतकर्ता, पीड़ित या जरुरतमंद व्यक्ति बिना किसी भेदभाव के संबंधित मंत्री से मिल सके? शनिवार को पार्टी कार्यालय से जारी एक बयान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने सीएम और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों को पंजाब भवन में ड्यूटी देने के आदेश पर टिप्पणी करते हुए कहा कि साढ़े चार साल तक सत्ता का मजा लेने वाले सत्ताधारियों को अब लोगों के दुख तकलीफों तथा शिकायतें सुनने की याद दिला दी है, क्योंकि इन सत्ताधारियों ने साढ़े चार साल में लोगों की एक नहीं सुनी। मान ने कहा कि क्या कांग्रेस पंजाब के लोगों के साथ इस प्रकार से जोर जबरदस्ती करेगी या फिर सत्ताधारी नेता उन मजबूर तथा पीड़ित लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर कांग्रेस भवन बुलाएंगे, जो राजनीतिक, सामाजिक,धार्मिक, व्यक्तिगत या किसी भी कारण से कांग्रेस का नाम भी लेना पसंद नहीं करते?