Meerut
इंडिया न्यूज, मेरठ (Uttar Pradesh)। मेरठ में वाहनों का कमेला सोतीगंज बंद हुआ तो थानों के बाहर वाहनों को काटकर पार्ट्स बेचने का खेल शुरू हो गया। थाने के बाहर सोतीगंज के खेल को पुलिस विभाग के सिपाही ही अंजाम दे रहे हैं। थाना टीपीनगर के 2 सिपाहियों ने थाने के बाहर खड़ी कार के पार्ट्स बेच दिए। दोनों को निलंबित कर दिया गया है। सीओ ने इसकी गोपनीय रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी है।
थाने के बाहर खड़ी थी कार
टीपी नगर थाने के बाहर आई-10 कार खड़ी थी। थाने के हेडमोहर्रिर और सिपाही ने मिलकर इस कार का साउंड सिस्टम, स्पीकर, दरवाजा सहित अन्य पार्ट्स निकाला और चुपचाप बेच दिया। अफसरों को भ्रमित करने के लिए इसे चोरी बता दी। लेकिन जांच में पुलिसकर्मियों की सच्चाई सामने आ गई।
पुलिसकर्मियों ने ऐसे किया खेल
थाने के बाहर खड़ी कार के पार्ट्स निकालकर बेचने के खेल को निर्मल सिपाही, हेड मोहर्रिर रविंद्र ने रचा। दोनों ने मिलकर मिस्त्री शोएब निवासी नूरनगर और उबैर हसन निवासी खतौली मुजफ्फरनगर को फोन करके देर रात थाने बुलाया। मिस्त्री ने कार का दरवाजा और पार्ट्स खोले। बता दें यह कार 2019 में गाड़ियों के फर्जी फाइनेंस कराने वाले गैंग से जब्त की थी।
रविवार को कार का दरवाजा गायब होने पर हल्ला मचा। तो जांच में सारा मामला सामने आया कि इसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल है। सीओ ने तुरंत दोनों पुलसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति एसएसपी से की। एसएसपी ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। मिस्त्री को गिरफ्तार कर लिया गया। मिस्त्रीयों ने यह भी बताया कि तय हुआ था कि नया दरवाजा निकालर कोई कबाड़ द रवाजा कार में लगा देना। यह भी था कि कार का सौदा लिसाड़ीगेट के एक युवक से 35हजार रुप में तय हुआ था।
आरोपी बोले हमें सिपाहियों ने बुलाया था
सीओ के नेतृत्व में गठित टीम ने रविवार देर रात कार का दरवाजा उतारकर ले जाने वाले आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी शोएब निवासी नूरनगर और उबैर हसन निवासी खतौली मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया है। इनके पास से कार का गेट, साउंड सिस्टम मिला है। दोनों ने पुलिस को बताया कि सिपाहियों ने ही उन्ळें यहां बुलाकर कार के सामान का सौदा किया था। कार का दरवाजा खुलवाया था।
सीओ की जांच रिपोर्ट का इंतजार
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर निर्मल सिपाही, हेड मोहर्रिर रविंद्र को निलंबित कर दिया है। इनकी जांच हो रहा दोषी मिलने पर पुलिस इनको भी मुकदमे में आरोपित बनाएगी।
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