Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh)। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के रोड शो करने के बाद विदेश से यूपी लौटे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने मंगलवार को गोंडा जिला महिला अस्पताल की सीएमएस यानी मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका के खिलाफ कठोर एक्शन लेने का आदेश दिया है। साथ ही एक डॉक्टर और एक स्टॉफ नर्स के खिलाफ भी दंड की कार्रवाई किए जाने का आदेश दिया है।
वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने 2 डॉक्टरों समेत स्वास्थ्य कर्मियों को बर्खास्त कर दिया है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अपने ट्वीट में ये कहा कि इसका आदेश प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य को दे दिये गये हैं। इन सभी पर अवैध वसूली और अव्यवस्था का आरोप है।
तथा दोषी 02 चिकित्सकों सहित 06 कर्मियों को बर्खास्त किये जाने के आदेश प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य को दे दिये गये हैं।
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) December 20, 2022
इससे पहले डिप्टी सीएम ने गाजियाबाद के एक डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया था। उन्हें एमएमजी जिला चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर के खिलाफ कार्य – व्यवहार में असंवेदनशीलता व अवैध वसूली संबंधी शिकायत मिली थी।
महिला सीएमएस के खिलाफ मिली थी गंभीर शिकायतें
गोंडा जिला महिला अस्पताल देवीपाटन मंडल के अधीन है। यहां के अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ अनिल मिश्रा ने बीते दिनों महिला अस्पताल का जायजा लिया था। इस दौरान उन्होंने पाया कि तीन मरीजों से डिलीवरी ऑपरेशन कराने के बाद पैसा लिया गया। साथ ही उन्हें बाहर से दवाएं भी लिखी गई जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद उन्होंने सीएमएस को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि जिन मरीजों से पैसा लिया गया है उन्हें तत्काल पैसा वापस किया जाए वर्ना उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यही नहीं निरीक्षण के दौरान उन्हें जनरल और प्राइवेट वार्डों में भयंकर गंदगी मिली जिसको लेकर उन्होंने अस्पताल की सीएमएस डॉ सुषमा सिंह को कड़ी फटकार लगाई थी। साथ ही मरीजों से अवैध वसूली करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
यह भी पढ़ें: फिरोजाबाद के रैन बसेरों में बिछी मिली गंदी चादरें, मेरठ में लगे CCTV; गोरखपुर में CM के दौरे में सबकुछ चकाचक