होम / Eath: तिरंगे में लिपटकर आया एटा का लाल, अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब, शहीद को दी अंतिम विदाई में हरआंख हुई नम

Eath: तिरंगे में लिपटकर आया एटा का लाल, अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब, शहीद को दी अंतिम विदाई में हरआंख हुई नम

• LAST UPDATED : December 25, 2022

Eath

इंडिया न्यूज, एटा (Uttar Pradesh): सिक्किम सड़क हादसे में शहीद हुए एटा के लांस नायक भूपेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर को गांव ताजपुर अद्दा में पहुंचा। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। हर लोगों की आंखें नम हो गईं। जब तक सूरज चांद रहेगा भूपेंद्र तुम्हारा नाम रहेगा, जैसे नारे गूंज उठे। शहीद की पत्नी व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिवहन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और जिले के अफसरों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ शहीद भूपेंद्र का अंतिम संस्कार किया गया।

परिवहन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

सिक्किम में शुक्रवार को सेना का वाहन खाई में गिरने से 16 जवानों शहीद हो गए। इनमें अलीगंज ब्लॉक क्षेत्र के गांव ताजपुर अद्दा के रहने वाले लांस नायक भूपेंद्र सिंह भी थे। शनिवार को उनका पार्थिक शरीर सेना के विमान से आगरा लाया गया। रविवार सुबह सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर को गांव ताजपुर अद्दा में लाया गया। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही गांव में लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। प्रशासन और पुलिस की ओर से जरूरी इंतजाम किए जा रहे थे। दोपहर 12 बजे के बाद सेना के वाहन से शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो भारत माता की जय,जब तक सूरज चांद रहेगा भूपेंद्र तुम्हारा नाम रहेगा नारे गूंजने लगे।

शहीद के चिता को दी गई मुखाग्नि।

 

शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लगभग एक घंटे तक पार्थिक शरीर को घर में रखा रहा। इसके बाद घर के सामने ही बने अंत्येष्टि स्थल पर शहीद को पहुंचाया गया। अंत्येष्टि स्थल पर कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह,अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर,एसएसपी उदयशंकर सिंह,एडीएम प्रशासन आलोक कुमार, सेवानिवृत आईएएस अवधेश राठौर आदि ने शहीद भूपेंद्र सिंह को श्रद्धांजलि दी। आगरा से आए जवानों ने गारद के साथ बंदूकों से शहीदों को सलामी दी गई। शहीद के छोटे भाई राजन ने चिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि परिजनों को प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग नौकरी दी जाएगी। वहीं गांव की सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा।

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