Bulandshahr
इंडिया न्यूज, बुलंदशहर (Uttar Pradesh)। बुलंदशहर में उलेमाओं ने ऐलान किया है कि जिस मुस्लिम की शादी में डीजे बजेगा, वे उसका निकाह नहीं पढ़ाएंगे। इस बात पर सहमति शाही मस्जिद में तय हुई है। सर्व सम्मति से शादी में फैली कुरीतियों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
#बुलन्दशहर
उलेमाओं का शाही मस्जिद से दो टूक
शादी में बजेगा डीजे तो नहीं पढ़ाएँगे निकाह
शादी में फैली कुरूतियों पर लगाया गया प्रतिबंध
नाच- गाना हुआ तो नहीं पढ़ाएंगे निकाह
फिजूलखर्च को रोकने को उलेमाओं ने लिया फैसला#Bulandshahr #UPNews #DJ #IndiaNewsUP #marriage pic.twitter.com/ugQrXmigV2— India News UP/UK (@IndiaNewsUP_UK) December 26, 2022
सभी ने एकजुट होकर सहमति जताई
दरअसल, जमीयत उलेमा-ए-हिंद की लोकल बॉडी शाही जामा मस्जिद में उलेमा और नगर के मुस्लिम संगठनों के बीच बैठक हुई। इसमें शहर काजी मौलाना अरशद कासमी ने कहा कि मुस्लिमों की शादी में डीजे, नाच गाना, घुड़चढ़ी, आतिशबाजी होने लगी है। यह सामाजिक कुरीति है। इससे फिजूलखर्ची भी बढ़ रही है। उलेमाओं ने कहा कि निकाह में यह सबकुछ करना गलत है। यदि ये सब हुआ तो निकाह नहीं पढ़ाया जाएगा। सभी इस फैसले की तारीफ कर रहे हैं।
उलेमाओं ने एकजुट होकर कहा कि यदि किसी शादी समारोह में डीजे, आतिशबाजी, नाच, गाना आदि किया जाएगा तो वो निकाह नहीं पढ़ाएंगे और न ही किसी दूसरे को निकाह पढ़ाने देंगे। तब्लीगी जमात के जिम्मेदार हाजी शाहिद अंसारी ने मुल्क में अमन शांति के लिए दुआ कराकर बैठक को संपन्न किया।