UP
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh)। सरकारी अस्पतालों कोरोना से मुकाबले के लिए कितना तैयार? इसे परखने के लिए मंगलवार को यूपी के अस्पतालों को परखा जायेगा। विशेषज्ञों की टीम अस्पतालों में संसाधन से लेकर रोगियों के भर्ती तक की व्यवस्था को देखेगी। यह निदेशक सोमवार को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रदेश भर के अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों को दिये।
परखी जाएगी अस्पतालों की सुविधाएं
चीन, जापान सहित अन्य देशों में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। कोविड से मुकाबले के लिए यूपी के अस्पताल में संसाधन जुटाये जा रहे हैं। कोविड प्रोटोकॉल को धीरे-धीरे लागू किया जा रहा है। ताकि लोगों को असुविधा से बचाया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मंगलवार को प्रदेश भर के अस्पतालों में कोविड रोगियों के इलाज की व्यवस्था परखी जायेगी। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने यूपी के अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिये हैं।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विशेषज्ञों की टीमे बना ली हैं। सुबह 10 बजे से अस्पतालों में मॉक ड्रिल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। कोविड के लक्षण वालों की जाँच कराने के निर्देश दिये गये हैं। विदेश यात्रा से लौटने के बाद यदि किसी की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आ रही है तो उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जायेगी। ऐसे रोगियों को होम आईसोलेशन या चिकित्सालय में रखा जायेगा। सावधानी बरतें।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों में मॉक ड्रिल होगी। इसमें रोगियों के भर्ती की प्रक्रिया। इमरजेंसी में रोगियों की भर्ती में वक्त को देखा जायेगा। इमरजेंसी में क्या-क्या संसाधन हैं? कमियां हैं। उन्हें परखा जायेगा। जो कमियां मिलेंगी उन्हें दूर किया जाये। इमरजेंसी में जाँच की सभी सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। वहीं कोविड अस्पतालों में सीटी स्कैन, एक्सरे, पैथोलॉजी समेत दूसरी जांच की सुविधा होनी चाहिए।
एम्बुलेंस से मरीजों को रिसीव करने की प्रक्रिया भी देखी जायेगी। उन्होंने बताया कि सभी अस्पताल दवाओं और वेंटिलेटर की स्थितियों को भी विशेषज्ञों की टीम परखेगी। आईसोलेशन और आईसीयू की स्थितियों को भी टीम देखेंगी। कोरोना को लेकर सभी अस्पताल तैयार रहें। ऑक्सीजन की व्यवस्था देखी जायेगी।
यह भी पढ़ें: यूक्रेन के नागरिक ने काशी के गेस्ट हाउस में लगाई फांसी, मरने से पहले स्थानीय लोगों से मोक्ष को लेकर बोली थी ये बात