Joshimath Subsidence : जोशीमठ में भू-धंसाव पर सरकार की नजर है। ऐसा क्यों हो रहा है इसकी जानकारी जुटाने के लिए जांच की जा रही है। जो लोग इस आपदा से प्रभावित हैं उन्हें दूसरे जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है। इन सभी मामलों पर सरकार की नजर है। इसी बीच सीएम धामी ने आज देहरादून में उन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जो जोशीमठ का जायजा ले रहें है। अधिकारियों से सीएम धामी ने किए जा रहे राहत कार्यों की जानकारी ली। सीएम ने अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए।
Dehradun | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami holds a review meeting with officials on relief works being carried out in subsidence-hit Joshimath pic.twitter.com/NGXu4Anp4H
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 19, 2023
जोशीमठ में उन क्षेत्रों को चिन्हित करने का काम चल रहा है जो भू-धंसाव के कारण प्रभावित हैं। अभी तक 700 से अधिक घरों को चिन्हित किया जा चुका है और 100 सेअधिक परिवारों को विस्थापित किया जा चुका है।
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद सीएम धामी ने कहा कि जोशीमठ में 65-70% लोग सामान्य जीवन जी रहे हैं। चार धाम यात्रा अगले 4 महीने में शुरू होगी। केंद्र सरकार जोशीमठ की वास्तविक स्थिति पर राज्य सरकार से अपडेट लेती रहती है। जानकारी हो कि सीएम धामी ने कल गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। जहां पर उन्होंने जोशीमठ में चल रहे राहत बचाव कार्य के बारे में मंत्रालय को बताया था। केंद्र सरकार ने हर संभाव मदद का भरोसा भी दिया था।
जिन लोगों को अपना घर छोड़ कर विस्थापन करना पड़ रहा है उनसे पूरर्वास के लिए सुझाव मांगे जा रहे हैं। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि जोशीमठ की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, हम पुनर्वास के संबंध में प्रभावित परिवारों के सुझाव और राय मांग रहे हैं। हम उनके सुझाव चाहते हैं ताकि हम पुनर्वास प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से अंजाम दे सकें।
गौरतलब है कि जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण तीर्थनगरी के विभिन्न भवनों और ढांचों में खतरनाक दरारें आने के बाद क्षतिग्रस्त भवनों को गिराने का काम चल रहा है। पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के बाहर का दृश्य सामने आया है जिसमे देखा जा सकता है कि प्रभावित भवनों को गिराया जा रहा है।
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