रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद संजय दास ने कहा कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य ने माफी नहीं मांगी और साथ ही उन्हें पार्टी से निकाला नहीं गया तो निश्चित है कि इसके परिणाम बहुत गंभीर होंगे।
Ramcharitmanas Controversy: रामचरितमानस को लेकर अपनी टिप्पणी देने वाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ अयोध्या में बुधवार को जोरदार प्रदर्शन हुआ। अयोध्या के हनुमानगढ़ी से बड़ी संख्या में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ साधु-संत और आम लोग नारे लगाते हुए नया घाट लता चौक तक पहुंचे। वहां पर लोगों ने स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका। इस प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय दास कर रहे थे। लोगों और संतो-महंतो का मानना है कि, स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस की गलत व्याख्या कर रहे है, और देश में गृह-युद्ध पैदा करने की कोशिश कर रहे है। जिसके कारण उन्हें समाजवादी पार्टी से बर्खास्त करना चाहिए, साथ ही उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो।
तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने रामचरितमानस पर जो अमर्यादित बयान दिए और रामचरितमानस के जिन चौपाइयों को गलत अर्थ में लोगों के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश की है वो बिलकुल गलत है। जिसके कारण आज सर्वजन समाज एक आक्रोश रैली को हनुमानगढ़ी से लता मंगेशकर चौराहा तक निकाली है। उनकी मांग है कि, मौर्य पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो और देशद्रोह मुकदमे के तहत कार्रवाई की जाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि, अगर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो फिर हम लोग इसके लिए बड़ा कदम उठाएंगे।
संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय दास ने कहा कि, अगर स्वामी प्रसाद मौर्य ने माफी नहीं मांगी और उन्हें पार्टी से नहीं निकाला गया तो ये निश्चित है कि इसके परिणाम गंभीर होंगे। साथ ही संजय दास ने कहा कि, इंसान को यह सोचना चाहिए जो शब्द हम बोल रहे हैं मर्यादा पूर्ण है कि नहीं। किसी भी चीज या जीव के ऊपर कोई भी विवादित टिप्पणी करने से पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए।
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