इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Delta Variant Started Increasing कोरोना वायरस की दूसरी लहर में आया डेल्टा वैरिएंट संक्रमितों की संख्या राजधानी में फिर से बढ़ने लगी है। ओमिक्रोन के खतरे के बीच डेल्टा वैरिएंट के रोगियों की लगातार पुष्टि हो रही है। संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। डिप्टी सीएमओ डा. मिलिंद वर्धन के अनुसार, बीते 10 से 12 दिनों में 22 लोग की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई।
सभी लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई। बुधवार देर रात आई रिपोर्ट में सभी में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। सभी मरीज स्वस्थ हैं। किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। जहां एक ओर ओमिक्रोन वैरिएंट न मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है, वहीं डेल्टा वैरिएंट के बढ़े मरीजों ने चिंता बढ़ा दी है।
कोरोना कोल के दौरान 2020 से अब तक लखनऊ में दो लाख 38 हजार लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। संक्रमित रोगियों में 2651 व्यक्तियों को अपनी जान गंवानी पड़ी। कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट ने कहर बरपाया था। अब भी संक्रमितों की संख्या में काफी कमी आई है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से थमती नहीं दिख रही है।
केजीएमयू रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डा. सूर्यकांत का कहना है कि ओमिक्रोन से बचने के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है। तभी कोरोना के नए वैरिएंट से खुद को बचा सकते हैं। डा. सूर्यकांत ने बताया कि अभी तक की रिपोर्ट के मुताबिक ओमिक्रोन, डेल्टा वैरिएंट से भी पांच गुना ज्यादा संक्रामक है।
राहत की बात यह है कि यह पहले जैसा घातक नहीं है। इसलिए संक्रमण की चपेट में आने के बाद भी आइसीयू और आक्सीजन जैसी व्यवस्थाओं की जरूरत तो नहीं पड़ेगी। इसके लिए जरूरी है कि समय से कोरोना से बचाव की वैक्सीन की दोनों डोज लगवाएं। टीकाकरण के बाद भी मास्क लगाएं। दो गज की दूरी का पालन करें। एक-दूसरे से हाथ मिलाने से बचें और हाथों की अच्छी तरह से साफ करें।
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