मुर्मू वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती देख अपने आप को रोक नहीं सकी और मुर्मू भावविभोर हो गईं। गंगा घाट पर उपस्थित जनता ने उनका स्वागत हर-हर महादेव के नारे से किया तो वहीं मुर्मू ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करती नजर आईं।मुर्मू की एक झलक देखने के लिए दूर- दूर से लोग आये हुए थें।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति ने कहा कि आज मैंने वाराणसी के काल भैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किये। वहीं दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में भी भाग लिया। साथ ही अलौकिक स्वरों और शंखों की गुंज ने घाटों के पूरे वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया।
मुक्क्षदायिनी मां गंगा का आशीर्वाद मुझे प्राप्त हुआ और साथ ही कहा कि सभी देशवासियों को सदा मां गंगा का आशिर्वाद मिलता रहे। यह मेरी मंगलकामना है। पुजन दर्शन के बाद राष्ट्रपति और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंदिर के दानपात्र में दान भी दिये। राष्ट्रपति के साथ उनकी बेटी भी मौजूद रही।
दशाश्वमेध घाट घंटा-घड़ियाल से गूंज रहा था। मुर्मू मां गंगा की आरती उतारी और षोडशोपचार पूजन करके जनकल्याण की कामना की मंच पर बैठकर मुर्मू ने मां गंगा की आरती भी देखी। गंगा सेवा निधि के 9 अर्चक आरती उतारते नजर आए। साथ ही 21 कन्याएं भी मां गंगा के आरती में चंवर डुलाते नजर आईं घाट के हर हिस्सों को दीपक के साथ विभिन्न तरह के फूलों से घाट को सजाया गया। वहीं देव दिपावली जैसा नजारा दिख रहा था।
ये भी पढ़ें- UP Politics: प्रयागराज दौरा रद्द होने के बाद कांग्रेस और बीजेपी में टकरार, जानिए क्या थी वजह