Lucknow: कासगंज जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ से बाहुबली विधायक अब्बास अंसारी की जान को परिवार वालों ने खतरा बताया है। अब्बास के भाई उमर अंसारी ने अब्बास की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है। मांग करते हुए अब्बास अंसारी के भाई उमर अंसारी ने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर उन्हें जानकारी दी है।
वहीं मामले पर कासगंज के जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने कहा कि हमे अभी तक कोई ऐसा आदेश नहीं मिला है। बस मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है, कि उनके भाई ने पत्र लिखा है।
माफिया अब्बास अंसारी चित्रकूट की जेल में बंद था, जो जेल में अवैध तरीके से अपनी पत्नी से मिलता था, जिसके पास अब्बास अंसारी की जेल बदली की गई। उसे कासगंज की जेल में 15 फरवरी को कड़ी सुरक्षा में शिफ्ट किया गया। जहां कासगंज जेल में अब्बास को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। वहीं अब अब्बास अंसारी के कासगंज जेल मे बंद होने के मामले मे नया मोड़ सामने आ गया है।
अब्बास अंसारी के भाई उमर अंसारी ने शासन को पत्र लिखकर कासगंज जेल में अपने भाई की जान को खतरा बताया है। अब्बास की कासगंज जेल से बदली की मांग की है। अब्बास के भाई उमर अंसारी के मुताबिक उनके पिता मुख्तार अंसारी पर 2001 ओर 2004 में माफिया डान ब्रजेश सिंह ओर त्रिवुभन सिंह के द्वारा हमला किया गया था, जिसमें उनके पिता गवाह है।
ब्रजेश सिंह ओर त्रिवुभन का मुख्य शूटर कुख्यात अपराधी कुंटू सिंह हैं, जो कासगंज जेल में पहले से ही बंद है, जिससे अब्बास की हत्या करवाने की अब्बास के भाई उमर अंसारी ने आशंका जताई गई है। अब्बास के भाई ने अब्बास को कासगंज जेल से किसी अन्य जेल या केंद्रीय कारागार में भेजने की बात कही है, जहां उसकी जान को खतरा ना रहे।
वहीं कासगंज जेल के अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने कहा कि अब्बास अंसारी के भाई ने क्या पत्र भेजा है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। सिर्फ मीडिया के माध्यम से ही इस तरह की जानकारी मिली है,ओर हमारे पास अभी तक कोई भी प्रमाणित जानकारी नहीं है।
आपको बता दें प्रदेश के टॉप 10 अपराधियों मे ध्रुव कुमार उर्फ़ कुंटू सिंह की गिनती होती है। यह एक बड़ा अपराधी है, जिसे गैंग डी -11 का सरागना भी कहा जाता है, जिसपर प्रदेश में 65 अपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2021 के फरवरी माह में कुंटू सिंह को आजमगढ़ जेल से कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया था, जिसे भी कासगंज जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक मे रखा गया है।
मुख्तार अंसारी और कुंटू सिंह की गैंग में कई बार भिड़न्त हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक कुंटू सिंह पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या के मामले में आजमगढ़ की जेल में बंद था। आजमगढ़ जेल से कुंटू सिंह ने पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या की साजिश रची थी और मऊ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या करा दी थी। शासन प्रशासन को आशंका थी कि आजमगढ़ जेल में कुख्यात माफिया कोई और साजिश रच सकता है, जिसको लेकर उसकी कासगंज जेल बदली की गई।
आजमगढ़ जिले में इस गैंग का नंबर डी-11 है, पुलिस रिकॉर्ड में इस गैंग के सरगना कुंटू के साथ आठ सक्रिय सदस्य हैं, कुंटू के खिलाफ वर्ष 1994 में हिस्ट्री शीट आजमगढ़ जिले में खुली, जिसकी संख्या 138 ए है, कुंटू सिंह पर 32 हत्याओं के मामले दर्ज हैं। 33 अन्य आपराधिक मामले हैं, सबसे बड़ी बात तो ये है कि कुंटू और मुख्तार गैंग माफिया कुंटू सिंह को माफिया गैंग का दुश्मन माना जाता है। मुख्तार अंसारी और कुंटू सिंह गिरोह कई बार एक दूसरे पर हमला कर चुके हैं। इसी वजह से अब्बास अंसारी को कासगंज जेल में जान का खतरा सता रहा है।
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