Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज (Prayagraj) के स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट(MP-MLA Court) में माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के भाई खालिद अजीम (Khalid Azim) उर्फ अशरफ(Ashraf) की याचिका पर अगली सुनवाई अब 23 मार्च को होगी। दरअसल, बरेली जेल के अधीक्षक ने इस संबंध में अदालत में अपनी रिपोर्ट दाखिल नहीं कर पाए। रिपोर्ट पेश होने में देरी के कारण यह सुनवाई अगली तारीख तक टल गई है।
अशरफ को डर पुलिस कर सकती है उसका एनकाउंटर
खबर है कि बरेली जेल में बंद अशरफ ने पुलिस एनकाउंटर से बचने के लिए ये याचिका दाखिल की है। अशरफ की अर्जी में कहा गया था कि उसे कम से कम छह वकीलों की मौजूदगी और वीडियोग्राफी के बीच ही बरेली जेल से बाहर निकाला जाए। बता दें कि अशरफ के खिलाफ पिछले हफ्ते बरेली में अपराधिक मुकदमा दर्ज हुआ था। प्रयागराज में अशरफ पर जो मुकदमा दर्ज हुआ। उसकी सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होती है। बरेली केस में रिमांड बढ़वाने के लिए उसे जेल से निकालकर कोर्ट में पेश किया जा सकता है। इसके अलावा उसकी जेल भी बदली जा सकती है। ऐसे में अशरफ को डर है कि जेल से बाहर निकलने पर पुलिस उसका एनकाउंटर कर सकती है या एक बार फिर से गाड़ी पलट सकती है। जैसे गैंगस्टर विकास दुबे के मामले में हुई थी। अशरफ ने इसी वजह से प्रयागराज की स्पेशल एमपी – एमएलए कोर्ट(MP-MLA Court) में अर्जी दाखिल की थी।
अशरफ ने सीजेएम कोर्ट में भी दाखिल किया हुआ है याचिका
अशरफ ने अपनी अर्जी में कहा था कि वह अभी न्यायिक हिरासत में है इसलिए उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कोर्ट के जिम्मे है। अदालत इस बात का आदेश दे दे कि जेल से बाहर निकाले जाने पर उसकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजामकिया जाएगा। उसके जीवन पर कोई खतरा नहीं होगा। अशरफ ने इससे पहले प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में भी एक अर्जी दाखिल की हुई है। उस अर्जी में कहा है कि उमेश पाल शूटआउट केस में उसका रिमांड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही बनवाया जाए। उसे फिजिकल तौर पर बरेली से प्रयागराज ना लाया जाए।