इंडिया न्यूज: (Earthquake tremors felt in western UP): पश्चिमी यूपी में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। जो मंगलवार रात की रात करीब 10:20 पर महसूस हुआ। बता दें की झटके इतने तेज थे कि जिसके बाद लोग घबराकर अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए और इसी के चलते हर जगह अफरा-तफरी का माहौल हो गया। जिसके बाद लोगों का कहना था कि पिछले पांच साल में इतने तेज भूकंप के झटके कभी महसूस नहीं किए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.6 नापी गई है और इसका एपिसेंटर जमीन से 156 किलोमीटर गहराई में अफगानिस्तान का फायजाबाद रहा।
भूकंप के झटके महसूस होने के बाद सबसे ज्यादा खौफ मल्टीनेशनल बिल्डिंग में रहने वालों लोगों में दिखा। जैसे सुपरटेक पाम ग्रीन, पर्ल रेजीडेंसी, अंसल कोट्यार्ड, अंसल कॉलोनी के लोग अपने-अपने फ्लैट से बाहर निकलकर दौड़ पड़े। बस इतना ही नही सड़क पर चलने वाली गाड़ियां भी हिलने लगीं। जिसके बाद पूरे शहर की हर कॉलोनी में यही मंजर देखने को मिला। हर जगह लोग सड़क पर खड़े होकर बस यही कहते रहे की बहुत तेज भूकंप था, कुछ देर और रहता तो मकान गिर सकते थे।
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि एक बार भूकंप आने के बाद कई हल्के भूकंप आते हैं। अक्सर ऐसा होता है, पहले भी हुआ है। भूकंप के दृष्टिकोण से सिस्मिक जोन चार व पांच में आते हैं, जो भूकंप के लिए प्रोन होते हैं। प्लेट टैकटोनिक सिद्धान्त के अनुसार पृथ्वी कई प्लेटो से बनी है ये प्लेट्स धीरे-धीरे गतिमान होते हैं, जिसके कारण भकूंप आते हैं।
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है।
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