Varanasi: प्रदेश में पिछले दिनों हुए बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि नें किसानों की फसल को पूरी तरीके से बर्बाद कर के रख दिया है। कल काशी के कई क्षेत्रों में बे मौसम बारिश हुई तो वहीं कई इलाकों में ओले भी गिरे। इस बारिश नें किसानों की हालत पतली कर दी है। इस नुकसान की भरपाई किसान कैसे करेंगे इसको लेकर वो चिंतित हैं। वहीं काशी में किसानों का कहना है कि अब सरकार से ही आस है।
बेमौसम हुए आंधी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर को तोड़ कर रख दिया। खेतों में खड़ी फसलों में मुनाफे की आस लगाए किसानों को एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, बदलते मौसम के मिजाज से किसान बेहद परेशान हैं। बैमौसम हुई बारिश में किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। जिस वजह से किसान खून के आंसू रोने के लिए मजबूर हो गए हैं।तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से किसानों की सैंकड़ों बीघा फसलें बर्बाद हो गई हैं। वहीं, ओलावृष्टि से गेहूं,सरसों,चना,लहसुन,प्याज,अरहर और सब्जी की फसल खेतों में चादर की तरह बिछ गई हैं।
वाराणसी के पिण्डरा तहसील क्षेत्र की अनेक पंचायतों में बीती रात अचानक फिर ओलावृष्टि और बारिश शुरू हो गया। इस दौरान क्षेत्र के करखियाव, फूलपुर, परसरा, गजोखर, खालिसपुर, रामपुर समेत आसपास की कई पंचायतों में ओलावृष्टि ने इस कदर कहर ढाया की सम्पूर्ण की फसल को ही तबाह करके रख दिया। इसी बीच भारी ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
किसानों ने बताया कि वह खेती-बाड़ी करके ही अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं परंतु बीते रोज हुई ओलावृष्टि ने सब कुछ तबाह करके रख दिया है। ओलावृष्टि रुकने के बाद जब किसान अपने खेतों की ओर गए तो उन्हें अपने खेत सफेद ही दिखाई दिए।किसानों ने बताया कि खेतों में ओले बिछे पड़े थे तथा उनकी सभी फसल पूरी तरह से तबाह हो चुकी है।
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