UP Politics: आज राहुल गांधी की सांसदीय चली गई। दरअसल सूरत की एक कोर्ट नें मानहानि के मामले में राहुल को कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई है। जिसके बाद आज तत्काल प्रभाव से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई। वो केरल की वायनाड सीट से सांसद थे। राहुल गांधी आने वाले 6 सालों तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। कांग्रेस नेता की सदस्यता जाने के बाद से कांग्रेस के तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। वहीं विपक्ष का कहना है कि राहुल की बढ़ती लोकप्रियता के कारण बीजेपी उनसे डरी हुई है।
हालांकि राहुल को कोर्ट ने 1 माह का वक्त दिया है जिसमे वो इस फैसले को लेकर चुनौती दे सकते हैं। इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राहुल के हाथ से हाथ मिलाया है साथ ही समर्थन में ट्वीट करते हुए बीजेपी पर जमकर प्रहार किया।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने राहुल गांधी का समर्थन किया। उन्होंने इसी के साथ बीजेपी पर जमकर प्रहार किया। अखिलेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि ” संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती ख़त्म नहीं हो जाती। सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं; सड़क पर लड़कर जीते गये हैं। जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गये, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुँची है।”
संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती ख़त्म नहीं हो जाती। सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं; सड़क पर लड़कर जीते गये हैं।
जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गये, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुँची है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 24, 2023
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद से पूरा विपक्ष एकजुट नजर आ रहा है। वहीं कांग्रेस ने इसको लेकर एक बैठक भी रखी है। जिसमे इस मामले को लेकर चर्चा की गई। जानकारी के लिए बता दें कि चुनाव से पहले ही राहुल की सदस्यता जाना अपने आप में बड़ी बात है। माना जा रहा है कि कांग्रेस इस मामले को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर सकती है।
2019 के एक मामले को लेकर कांग्रेस नेता पर मानहानि का केस सूरत की एक अदालत में चल रहा था। इस मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कांग्रेस नेता को 2 साल की सजा सुनाई थी। हालांकि बाद में उनको जमानत दे दी गई। पूरा मामला पीएम मोदी के उपनाम पर टिप्पणी करने से जुड़ा हुआ था। इस मामले में राहुल को दोषी मानते हुए कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई थी।
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