Uttar Pradesh News: देवीपाटन मंडल में बनने वाला मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। गोंडा में जमीन चिन्हित होने के बाद बलरामपुर में भी जमीन चिन्हित की गई है। मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय देवीपाटन मंडल में बनाने की घोषणा के बाद गोंडा(Gonda) में विश्वविद्यालय को लेकर जमीन चिन्हित कर ली गई थी। अब बलरामपुर में जमीन चिन्हित होने का बयान आने के बाद असमंजस की स्थिति बन गई है।
शासन से मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बनने की घोषणा के बाद गोंडा के कर्नलगंज तहसील क्षेत्र डोमाकल्पी में जमीन चिन्हित की गई। जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने मौके पर पहुंचकर जमीन को देखा और एसडीएम कर्नलगंज से जमीन के विषय में पूरी जानकारी लिया। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि जमीन को चारों तरफ से व्यवस्थित कर लिया जाए। लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन को वहां तक आने जाने के लिए सड़क का एस्टीमेट बनाने का निर्देश दिया। इसके बाद बलरामपुर(Balrampur) में विश्वविद्यालय के लिए जमीन चिन्हित होने की खबर आने के बाद असमंजस की स्थिति बन गई है।
बलरामपुर में मुख्यमंत्री दौरे के बाद तुलसीपुर से विधायक कैलाश नाथ शुक्ला(MLA Kailash Nath Shukla) ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के सामने मंदिर की बैठक में हमने विषय रखा कि जन भावना है कि मां पाटेश्वरी के नाम से बनने वाला विश्वविद्यालय बलरामपुर जनपद और तुलसीपुर के आसपास बने। इस पर मुख्यमंत्री ने बहुत ही सकारात्मक दृष्टि अपनाते हुए वहां पर मौजूद जिलाधिकारी और कमिश्नर को निर्देश दिया कि तुलसीपुर और बलरामपुर जिले के आसपास जमीन की तलाश की जाए। उन्होंने कहा कि मां पाटेश्वरी के नाम से बनने वाला विश्वविद्यालय कहीं किनारे ना चला जाए। यह सकारात्मक सोच है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। जिसका परिणाम यह रहा कि तीन चार जगहों पर जमीन चिन्हित कर ली गई है। इसका प्रस्ताव शीघ्र ही मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि तीनों चारों जमीन में कोई ना कोई जमीन चयनित कर ली जाएगी।
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सांसद कैसरगंज बृजभूषण शरण सिंह(Brij Bhushan Sharan Singh) मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के विषय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा जहां तक मुझे जानकारी है। गोंडा के डोमा कल्पी में मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के लिए जमीन चयनित कर ली गई है। विश्वविद्यालय कहीं अलग जा रहा है। इसके विषय में ना तो मुझे और ना ही प्रशासन को कोई जानकारी है। जहां तक मुझे विश्वास है। गोंडा में ही विश्वविद्यालय बनेगा। उस विद्यालय का नाम मां पाटेश्वरी विद्यालय रखा गया है। इसके लिए हम लोगों को कोई आपत्ति नहीं है।