UP Nikay Chunav: प्रदेश में चुनाव आते ही चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज प्रत्याशी बागी के रूप विरोध करने लगे हैं। हम बात कर रहे हैं। यूपी के गोंडा जिले(Gonda district) की जहां पर नगर पालिका गोंडा के बीजेपी अध्यक्ष प्रत्याशी की टिकट की लाइन खड़े प्रत्याशी संध्या निर्मल श्रीवास्तव(Sandhya Nirmal Srivastava) को बीजेपी से टिकट न मिलने से नाराज होकर बागी तेवर दिखाते हुए निर्दलीय के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।
संध्या निर्मल श्रीवास्तव(Sandhya Nirmal Srivastava) ने पर्चा दाखिल के बाद उनके पति रूपेश श्रीवास्तव उर्फ निर्मल श्रीवास्तव ने मीडिया से बात करते हुए उनकी आंखे छलक गई फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने बीजेपी जिला संगठन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका साथ अन्याय हुआ है। जिला संगठन ने उनका नाम तक प्रदेश में नहीं भेजा। निर्मल श्रीवास्तव ने बताया उनके साथ में पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी एक बार छल किया गया है। जिसके नाते उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और चुनाव जीते थे और इस बार फिर वह निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
उन्होंने कहा कि 2006 में चुनाव लड़ा। जिसमें मुझे गोंडा(Gonda) की जनता से 70 प्रतिशत वोट मिले 30 प्रतिशत में बाकी दल को वोट मिले। 2012 में 18000 वोट मिले। मैं जीत कर निर्दलीय के रूप में चेयरमैन बना गोंडा की सेवा किया। उसके बाद फिर 2017 चुनाव में भाजपा ने टिकट काट दिया तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ा और हार गया। इस बार हमने पांच साल तक भाजपा के लिए काम किया। उसके बावजूद चुनाव में मेरा टिकट काट दिया। जिला संगठन ने मेरे साथ छल किया। मेरा नाम तक प्रदेश पैनल में नहीं भेजा। भाजपा के संगठन के लोग आपसी खींचतान के चक्कर में उनको टिकट के लिए उनका नाम प्रदेश में नहीं भेजा गया। जिसके चलते उनको टिकट नहीं मिला। कहीं ना कहीं मेरे साथ अन्याय हुआ है और मैं इसका विरोध करूंगा। चुनाव में निर्दलीय के रूप में अपनी पत्नी को लड़ा रहा हूं और जीत हासिल करूंगा।