UP News: उत्तर प्रदेश(Utar Pradesh) के बाराबंकी जिले(Barabanki District) में हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र(Haidergarh Tehsil Area) के सिद्धौर कानूनगो का एक किसान से रिश्वत लेने का ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सवाल उठता है कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ(CM Yogi) उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहे हैं। मगर बाराबंकी जिले में सीएम योगी(CM Yogi) की जीरो टॉलरेंस नीति को बार-बार चुनौती दी जा रही है।
यहां कुछ दिन पहले बालू माफिया(sand mafia) उसके बाद चौकी प्रभारी अब हैदरगढ़ तहसील के सिद्धौर कानूनगो का किसान से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने की रिकॉर्डिंग वायरल हो रही है। रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद तहसील प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं कि आखिर यह कर्मचारी कितने निरंकुश हैं। जो सरकार की छवि को लगातार धूमिल कर रहे हैं लेकिन इन पर तहसील प्रशासन क्यों सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है।
पूरा मामला हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र(Haidergarh Tehsil Area) के “मदारहपुर अमर सिंह” गांव का है। यहां के रहने वाले 3 किसानों की जमीन मौके पर काफी कम थी। किसानों ने खेत की पैमाइश करवाने के लिए हैदरगढ़ तहसील में आवेदन किया था। कुछ दिन बाद किसानों के खेत की पक्की पैमाइश के लिए हैदरगढ़ तहसील से आदेश हो गया। पक्की पैमाइश का आदेश होने के बाद फाइल क्षेत्रीय सिद्धौर कानूनगो मंसाराम के पास पहुंची। जब किसानों ने मंसाराम कानूनगो से पैमाइश करने की बात कही तो उन्होंने 10 हजार की डिमांड की। कहा कि 10 हजार रुपए लगेंगे आपका खेत जो कम है वह पूरा कर दिया जाएगा। पीड़ित किसानों ने किसी तरह 10 हजार रुपया इकट्ठा करके मंसाराम कानूनगो को दे दिए। बीते बृहस्पतिवार को कानूनगो अपने प्राइवेट मुंशी और एक रिटायर कानूनगो को लेकर मौके पर पहुंचे। कानूनगो क्षेत्रीय लेखपाल को अपने साथ नहीं ले गए। विपक्षियों से सांठगांठ करके कानूनगो ने रिटायर कानूनगो से किसानों के खेत की पैमाइश करवा दी। पीड़ित किसानों का खेत जो कम था वह तो मिला नहीं, जब किसानों ने मंसाराम कानूनगो से इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि आपके खेत में गांव का मुख्य मार्ग निकला हुआ है। जबकि क्षेत्रीय लेखपाल ने नक्शे में पैमाइश करके बताया था कि आपका खेत जो कम है वह आपके विपक्षियों ने ले रखा है।
दूसरे दिन पीड़ित किसानों ने जब मंसाराम कानूनगो से पैसा लेने के बाद भी खेत पूरा न किए जाने की बात कही तो कानूनगो ने फोन पर ही किसान को बताया कि मौके पर हमने विपक्षियों के पक्ष की बात की थी लेकिन आप परेशान मत हो हम आप के पक्ष में ही रिपोर्ट लगाएंगे। कानूनगो ने फोन पर यह तक कह दिया कि आपने पैसा दिया है और विपक्षी भी पैसा देंगे। कानूनगो और किसान के बीच हुई बातचीत की यह रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद हैदरगढ़ तहसील प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। कि आखिर अधिकारी ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों पर क्यों सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस नीति को चुनौती देते हुए सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं। बाराबंकी एडीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया है कि आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है। ऑडियो की जांच करवाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।