इंडिया न्यूज़ (India News), चम्पावत: चंपावत जिला अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की भेंट चढ़ी एक और महिला चंपावत जिला अस्पताल मे प्रसव के लिए भर्ती महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई है। मृतक सीमा विश्वकर्मा, निवासी ग्राम पाटन-पाटनी लोहाघाट की रहने वाली थी मृतका के परिजनों ने महिला के प्रसव में जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों में लापरवाही आरोप लगाते हुए महिला की मौत के लिए डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराया तथा सीएमओ चंपावत डॉक्टर के के अग्रवाल को लिखित रूप से शिकायत की है। परिजनों का आरोप है कि मृतक महिला के उपचार से लेकर पोस्ट मार्टम करने तक अस्पताल प्रशासन द्वारा काफी लापरवाही बरती गई।
महिला के पति पुष्कर विश्वकर्मा ने बताया कि महिला को 24 अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहाघाट में भर्ती करवाया गया था। डॉकटरों द्वारा जांच के बाद मृतक के गर्भ में शिशु के एक सप्ताह पूर्व मौत होने की बात कहते हुए महिला को हायर सैटर चंपावत के लिए रैफर किया गया। लेकिन जिला अस्पताल चंपावत के डॉक्टरों द्वारा मृतक के परिजनों से सामान्य डिलीवरी होने की बात कही तथा उनकी लापरवाही से प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई परिजनों ने कहा अगर डॉक्टरों ने समय रहते ऑपरेशन कर दिया होता तो महिला की जान बच जाती। परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल में ऑपरेशन कक्ष में न तो डॉक्टर रहते है और ना हीं नर्स। परिजनों ने महिला की मौत के लिए जिम्मेदार डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग सीएमओ चंपावत से करी है।
वही सीएमओ चंपावत डॉक्टर के के अग्रवाल ने बताया कि मृतक महिला के गर्भ में बच्चे की मौत एक सप्ताह पूर्व हो चुकी थी। परिजनों द्वारा दी गई शिकायत पर उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी दोषी लोगों पर कार्रवाई करी जाएगी। वहीं मृतका के परिजनों के द्वारा सीएम धामी व डीएम चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी को भी इस मामले की जांच कराने को लेकर पत्र दिया है। वही महिला की मौत से पाटन पाटनी क्षेत्र में लोगों में काफी आक्रोश है लोग आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा मुख्यमंत्री की विधानसभा होने के बावजूद भी डॉक्टरों के द्वारा लापरवाही कर मरीजों की जांन ली जा रही है।