India News (इंडिया न्यूज), Barabanki News: जनपद में गेंहू किसान काफी परेशान हैं. किसानों का कहना है कि ना तो उनके फसल को सही समय पर खरीदा जा रहा है ना ही समय पर भुगतान किया जा रहा है। ऐसे में किसानों ने केंद्रीय सचिव संजीव चोपड़ा से इस मामले पर बात की। केंद्रीय सचिव आज बाराबांकी के दौरे पर थे। उनके जनपद में एक दिवसीय दौरे को लेकर काफी तैयारियां की गई थी। सबसे पहले केंद्रीय सचिव जिले की नवीन मंडी में गेहूं की खरीद का हाल जाना। साथ ही किसानों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने किसानों से गेहूं की खरीद में मिल रहे दाम और प्रक्रिया में आ रही समस्याओं के बारे में जाना। जिसमें अधिकतर किसानों ने अपना दर्द बयां किया और मार्केट रेट की तुलना में सरकारी खरीद में दाम कम मिलने की बात कही। साथ ही पीएम मोदी से एमएसपी बढ़ाने की मांग की।
किसानें ने केंद्रीय सचिव से कहा कि मार्केट में गेहूं का 2250 रुपये प्रति क्विंटल रेट मिल जाता है। लेकिन सरकार सिर्फ समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है। यही कारण है कि लोग सरकारी गेहूं खरीद गृह के ओर रुख नहीं करते हैं। हालांकि किसानों ने पीएम मोदी और सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने एमएसपी काफी बढ़ाई है। लेकिन अभी भी मार्केट रेट से कम है। ऐसे में सरकार को एमएसपी बढ़ाकर मार्केट रेट के बराबर लाना चाहिये। जिससे किसानों को ज्यादा मुनाफा हो सके।
इसी के साथ केंद्रीय सचिव ने लोगों औक किसानों से बात भी की। उन्होंने कहा कि खरीद प्रक्रिया में सरकार ने काफी सुधार किये हैं। अब आधार और बायोमेट्रिक के इस्तेमाल से पार्दर्शिता आई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ऐसे कदम उठाने वाली देश की पहली सरकार है। जिससे आज किसानों को फायदा हो रहा है।
इसके बाद वह चंदवारा गांव में स्थित कोटेदार की दुकान पहुंचे। जहां उन्होंने कार्ड धारकों से बातचीत कर अनाज वितरण की जानकारी ली और फोर्टिफाइड राइस के संबंध में जागरुकता फैलाने के निर्देश दिये। इसके अलावा यहां उन्होंने नये मॉडल को विकसित करने की संभावनाओं को भी तलाशा, जिससे कोटेदार राशन के साथ-साथ अन्य चीजें भी अपनी दुकान से बेंच सके। इस दौरान केंद्रीय सचिव के साथ प्रमुख सचिव खाद्य वीना कुमारी मीना, खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त सौरभ बाबू, भारतीय खाद्य निगम के सीएमडी अशोक कुमार मीणा, डीएम अविनाश कुमार, एडीएम राकेश सिंह और डीएसओ राकेश तिवारी भी मौजूद रहे।