India News (इंडिया न्यूज़),UP Mafia List: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में जबसे कहा है कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे। यूपी पुलिस (UP Police) भी पूरे एक्शन मोड में अब नज़र आ रही है। बंदूकों की नाल को ठीक से साफ किया जा चुका है। पुलिस के ने अब अपराधियों के नामों की एक लिस्ट भी तैयार कर ली है। लिस्ट के मुताबिक 66 आपराधिक गिरोहों के प्रमुख सदस्यों की सूची बनाई गई है। बता दें कि पुलिस ने जो लिस्ट बनाई है। उनमें से तीन अपराधी मारे जा चुके हैं। जिनमें आदित्य राणा उर्फ रवि, अतीक अहमद और ताजा एनकाउंटर 4 मई को अनिल दुजाना का किया गया। जिसे मेरठ में पुलिस ने ढेर कया। पुलिस की ओर से जो सूची तैयार की गई है उनमें बाकी बचे 63 में से पांच अभी फरार हैं। 20 जमानत पर बाहर हैं जबकि 38 जेलों में बंद हैं।
63 अपराधियों में से 20 अभी जमानत पर बाहर हैं। इनमें प्रमुख नाम हैं। अंबेडकरनगर का अजय प्रताप सिंह उर्फ अजय सिपाही, मुजफ्फरनगर का सुशील मूच, प्रतापगढ़ के अनूप सिंह और प्रदीप सिंह, गोरखपुर का सुधीर सिंह, राकेश यादव व विनोद उपाध्याय, कानपुर का सौद अख्तर, लखनऊ का बच्चू यादव, राजेश यादव, कमरुल हसन व जाबिर, प्रयागराज का हुसैन। पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह (वाराणसी) और संजीव द्विवेदी उर्फ रामू द्विवेदी (देवरिया के) भी जमानत पर हैं।
अनिल दुजाना से पहले आदित्य राणा उर्फ रवि को पुलिस ने एनकाउटंर में मार गिराया था। 12 अप्रैल को स्पेशल टास्क फोर्स ने पुलिस हिरासत से भागे आदित्य राणा उर्फ रवि को ढ़ेर कर दिया था। जबकि माफिया डॉन अतीक अहमद की प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी और अभी हाल ही में अनिल दुजाना को 4 मई को एंकाउंटर में ढेर कर दिया गया।
जो जेल में बंद हैं, उनमें पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी, पूर्व सांसद रिजवान जहीर, त्रिभुवन सिंह, अमित कसाना, सुंदर भाटी और सुभाष ठाकुर शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई टीमें फरार आरोपियों की तलाश कर रही हैं और जमानत पर छूटे लोगों पर भी बारीकी से नज़र रख जा रही है। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि फरार चल रहे माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। जमानत पर छूटे माफियाओं की गतिविधियों पर पुलिस की पैनी नजर है। इसमें सबसे जरूरी बात ये है कि ये सूची मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की माफियाओं के खिलाफ मिट्टी में मिला देंगे बयान देने के बाद बनाई गई है।