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Shri Krishna Janmabhoomi Case: श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद मथुरा की ईदगाह से होते हुए, आगरा की जामा मस्जिद तक पहुंचा, जानें क्या है नया विवाद?

• LAST UPDATED : May 16, 2023

India News(इंडिया न्यूज़),Shri Krishna Janmabhoomi Case: श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद मथुरा की ईदगाह से होते हुए, आगरा की जामा मस्जिद तक पहुंच गया है। कथावाचक ठाकुर देवकीनंदन महाराज ने ट्रस्ट के माध्यम से कोर्ट में एक वाद दायर किया है। इस वाद में कहा गया है कि जामा मस्जिद की सीढ़ियों में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति दबी है। सीढ़ियों की खुदाई करके मूर्तियां निकालनी है।

देवकीनंदन ठाकुर ने किया बड़ा दावा, कोर्ट में किया केस

इस संबंध में सिविल कोर्ट ने इंतजामिया कमेटी को नोटिस जारी कर सुनवाई के लिए 31 मई की तारीख तय की है। श्री कृष्ण जन्मभूमि संरक्षित से सेवा ट्रस्ट ने आरोप लगाया है कि भगवान की मूर्तियों पर मुस्लिम समाज के लोग पैरों से रोधते हुए नमाज पढ़ने के लिए जाते हैं। यह हिंदू समाज का अपमान है। इसको लेकर देवकीनंदन ठाकुर ने पूर्व में ही मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की थी और भाईचारा निभाते हुए सीढ़िओ को खुदवाने के लिए कहा था लेकिन कई महीने बीतने के बाद जब कोई हल नहीं निकला तो मजबूरन कानूनी सहारा लेना पड़ा है।

कोर्ट में पेश किए सबूत

बता दें 375 वर्ष पहले शाहजहां की बेटी और औरंगजेब की बड़ी बहन जहांआरा ने जामा मस्जिद का निर्माण कराया था। उस समय इसके निर्माण पर लगभग ₹500000 खर्च हुए थे। जामा मस्जिद लाल पत्थरों से बनी है। इसका मुख्य द्वार पूर्वी दिशा में है। 20 वें रमजान को जामा मस्जिद में जहांआरा का उर्स बनाया जाता है। न्यायालय में देवकीनंदन ठाकुर की तरफ से पुख्ता साक्ष्य प्रस्तुत किया गए हैं। जिसमें उन्होंने लिखा है कि औरंगजेब के दरबारी मुस्ताक खान की फारसी में लिखित पुस्तक नासिरआलम गिरी और विदेशी लेखक फ्रेंकोस गोटियर की पुस्तक औरंगजेब आइकोनोलिजम समेत कई भारतीय इतिहासकारों की पुस्तक में विग्रह को सीढ़ियों में दबाने का उल्लेख किया गया है।

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