India News (इंडिया न्यूज), Gorakhpur News: गंभीर मरीज के लिए शहर में ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। ग्रीन कॉरिडोर के जरिए मरीज की एयर लिफ्टिंग कराई घई है। दरअसल गोरखपुर में एक 40 वर्षीय गंभीर मरीज को मुंबई एअरलिफ्ट करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। एसपी ट्रैफिक डॉ. महेंद्र पाल सिंह के नेतृत्व में आईटीएमएस की मदद से गोरखपुर के सावित्री हॉस्पिटल से एयरपोर्ट तक की दूरी तय कर मरीज को एयरपोर्ट पहुंचाया गया। गोरखपुर के सावित्री हॉस्पिटल से एयरपोर्ट की 7:30 किलोमीटर की दूरी को महेश 9 मिनट में पूरा कर मरीज को मुंबई के लिए एयर लिफ्ट किया गया। इस दौरान गोरखपुर शहर की सड़कें 9 मिनट के लिए थम गईं ।
गोरखपुर में बुधवार को दिलेजाकपुर के सावित्री हॉस्पिटल में एक 40 वर्षीय पेशेंट भर्ती रहे हैं। अचानक तबीयत काफी गंभीर हो जाने की वजह से उनके नाक से ब्लीडिंग होने लगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन में यातायात पुलिस की सहायता से ग्रीन कॉरिडोर उपलब्ध कराया गया। जिसकी पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा स्वयं आईटीएमएस से मॉनिटरिंग की गयी। सावित्री हॉस्पिटल से विजय चौराहा, गणेश चौराहा, यूनिवर्सिटी चौराहा, मोहद्दीपुर चौराहा और कूड़ाघाट तिराहा होते हुए एयरपोर्ट तक क़रीब 11 किमी की दूरी मात्र 9 मिनट का समय लगा।
पेशेंट को सावित्री हॉस्पिटल से एयरपोर्ट एंबुलेंस तक पहुंचाने में इस कार्य में यातायात टीम और टीआई मनोज राय, आईटीएमएस कर्मियों द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई। इसकी बीमार युवक के परिजनों द्वारा काफ़ी सराहना की गई।
अभी तक 44 मामलों में ग्रीन कॉरिडोर की सुविधा उपलब्ध करायी जा चुकी है, गोरखपुर के एसपी ट्रैफिक डॉक्टर महेंद्र पाल सिंह ने बताया कि सावित्री हॉस्पिटल में भर्ती 40 वर्षीय एक युवक की तबीयत गंभीर हो गई। ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से उसे एयरपोर्ट तक पहुंचाना एक चुनौती रहा है। गोरखपुर के दिलेजाकपुर स्थित सावित्री हॉस्पिटल से मरीज को साडे 7 किलोमीटर की एयरपोर्ट की दूरी महज 9 मिनट में पूरी कर एयरपोर्ट पहुंचाया गया। वहां से उन्हें सफलतापूर्वक मुंबई एयर लिफ्ट किया गया। गोरखपुर में 44 मरीजों को अब तक एयरलिफ्ट किया जा चुका है ।
गोरखपुर में एसपी ट्रैफिक के नेतृत्व में ग्रीन कॉरिडोर करके एक गंभीर मरीज को 7 किलोमीटर की दूरी महज 9 मिनट में पहुंचाया गया गोरखपुर एयरपोर्ट, वहां से मुंबई के लिए किया गया एअरलिफ्टिंग, निश्चित रूप से ट्रैफिक विभाग की ये अनोखी पहल ग्रीन कॉरिडोर उन तमाम मरीजों के लिए एक जीवनदायनी साबित हो रहा है जिनके लिए एक एक पल कीमती होता है।
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