India News (इंडिया न्यूज़) Gyanvapi campus वाराणसी : वाराणसी (VARANSI) के ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग मिला। जिसके बाद मस्जिद इंतजामिया कमेटी सुप्रीम पहुंची।
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग मिले। जिसके बाद हिन्दू पछ ने उस पर हक़ जाताना शुरू कर दिया। उसके बाद मुस्लिम पछ इलाहाबाद हाईकोर्ट गई। जहा कोर्ट ने कथित शिवलिंग का साइंटिफिक सर्वे किए जाने का आदेश जारी किया है।
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को साइंटिफिक सर्वे करना होगा। कोर्ट ने आदेश दिया कि कथित शिवलिंग को बिना नुकसान पहुंचाए साइंटिफिक सर्वे करना होगा।
कोर्ट ने कहा कि साइंटिफिक सर्वे के जरिए यह पता लगाना होगा कि बरामद हुआ कथित शिवलिंग कितना पुराना है।
आगे कहा गया कि यह शिवलिंग वास्तव में है या कुछ और ही है, इस बात कि भी जांच हो। बता दे हाईकोर्ट ने वाराणसी के जिला जज के फैसले को बदल दिया है।
इस मामले की सुनवाई जस्टिस अरविंद कुमार मिश्र की सिंगल बेंच में हुई। जिसमे कथित शिवलिंग का साइंटिफिक सर्वे कार्बन डेटिंग के जरिए कराए जाने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर आज हाईकोर्ट का फैसला आया है।
इस मामले में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने कल ही सील बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट पेश की थी। हिंदू पक्ष की महिलाओं की तरफ से याचिका दाखिल की गई थी।
याचिका में वाराणसी के जिला जज के आदेश को चुनौती दी गई थी। पिछले साल मई महीने में कोर्ट कमीशन की कार्यवाही के दौरान मस्जिद के वजूखाने से शिवलिंग बरामद हुआ था।
शिवलिंग के कार्बन डेटिंग किए जाने का हाईकोर्ट ने आदेश दिया था। 22 मई को वाराणसी के डिस्ट्रिक जज को मामले की सुनवाई करने का आदेश दिया था। साइंटिफिक सर्वे कब होगा और कैसे ये डिस्ट्रिक्ट जज तय करेंगे।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) की ओर से पेश की गई रिपोर्ट पर हाईकोर्ट ने आदेश दिया था। कोर्ट में ASI ने कहा बिना शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए साइंटिफिक सर्वे किया जा सकता है।
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