India News(इंडिया न्यूज़), देहरादून “Land Jihad in Uttarakhand”: उत्तराखंड में मजार जिहाद और जमीन जिहाद को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक अभियान चलाया है। जितनी भी सरकारी जमीनों पर मजारे बनी है उन्हे ध्वस्त किया जा रहा है। वन क्षेत्र में अवैध रूप से धार्मिक संरचनाओं को हटाने की कार्रवाई भी की जा रही है। जिसको लेकर कुछ साधु संतो और हिंदू वादी संगठनों में आक्रोश है।
बता दें, प्रदेश भर ने अवैध धार्मिक अतिक्रमणों के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के बीच धर्म नगरी हरिद्वार में कुछ पौराणिक मंदिरों को भी राजाजी टाइगर रिजर्व ने नोटिस दे दिया है। जिसके बाद संतो और हिंदू वादी संगठनों में आक्रोश है। साधु संत नोटिस को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, हरिद्वार के प्राचीन बिल्वकेश्वर मंदिर स्थित गौरी कुंड और हरकी पैड़ी के पास स्थित हनुमान मंदिर को राजाजी टाइगर रिजर्व की और से दस्तावेज पेश करने का नोटिस दिया गया है।
नोटिस के मुताबिक 4 दिनों में जरूरी दस्तावेज पेश नहीं करने पर इन मंदिरों पर भी कार्रवाई की जा सकती है। हालाकि दोनों मंदिरों के प्रबंधन और पुजारियों का कहना है की उनके पास इससे जुड़े सभी दस्तावेज मोजूद हैं। फिर भी राजाजी टाइगर रिजर्व के इस फरमान का हिंदू समाज में मुखरता से विरोध हो रहा है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारी मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
प्रदेश में वन विभाग की भूमि पर बनाई गई अवैध मजारों को तोड़ने की कार्रवाई लगातार जारी है। अब तक प्रदेश में वन विभाग की भूमि पर अवैध मजारों और अवैध अतिक्रमण को हटा कर विभाग ने करीब 455 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया है जबकि प्रदेश में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध मजारों को भी तोड़ा गया है। अब तक करीब 350 से ज्यादा अवैध मजारों और अन्य धार्मिक स्थलों के अतिक्रमण को हटाया गया है।