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Ganga Dussehra 2023: गंगा दशहरा पर श्रद्धालु माँ गंगा में लगा रहे आस्था की डुबकी, ये है आज की मान्यता

• LAST UPDATED : May 30, 2023

India News(इंडिया न्यूज़), हरिद्वार “Ganga Dussehra 2023” : आज गंगा दशहरा का पर्व है। गंगा दशहरा के मौके पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर की पैड़ी पर पहुंचकर गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।

सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम

बता दें, गंगा दशहरा के स्नान का बड़ा महत्व बताया जाता है। इसलिए श्रद्धालु देश भर के कोने कोने से हरिद्वार पहुंचकर गंगा स्नान करते हैं। गंगा स्नान में सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मेला क्षेत्र को 16 जोन और 37 सेक्टर में बांटा गया है। वहीं ट्रैफिक जाम से बचने के लिए रूट भी डायवर्ट किए गए हैं। जिसके चलते 7 दिन तक शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी। 30 मई की शाम 4:00 से 5 जून की रात 10:00 बजे तक ये प्लान शहर लागू रहेगा।

श्रद्धालु माँ गंगा में लगा रहे आस्था की डुबकी

गंगा दशहरे के अवसर पर गंगोत्री धाम स्थानीय देवी देवता एवं हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे है गंगा घाट पर जल स्तर बढ़ने से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई हैं । गंगोत्रीधाम में ठीक 11 बजे माँ गंगा दशहरापर्व मनाया जाएगा , भागीरथी शिला पर आज विशेष पूजा अर्चना की जयेगी गंगा स्नान के साथ हजारों श्रद्धालु माँ गंगा में सुबह चार बजे से आस्था की डुबकी लगा रहे हैं । हर साल ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है।

आज गंगा स्नान करने से सारे पाप धुलते

इस तिथि को गंगा दशहरा को गंगावतरण भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं। इसी दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था भागीरथ अपने पूर्वजों की आत्मा का उद्धार करने के लिए गंगा को पृथ्वी पर लेकर आए थे। इसी कारण गंगा को भागीरथी भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में गंगा को मां का दर्जा दिया गया है इसलिए इस दिन गंगा घाट , उत्तरकाशी में मणिकर्णिका घाट , नागेश्वर घाट , पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही  है। इस दिन गंगा के घाट पर भव्य गंगा आरती भी होती है। इसी दिन साल का आखिरी बड़ा मंगल भी रहेगा ।  ऐसे में साधक पर मां गंगा और हनुमान जी की कृपा बरसेगी।

गंगा दशहरा पर मिल रहे ये 5 योग

  • अभिजित मुहूर्त सुबह 11.47 से दोपहर 12.40 तक स्नान के सर्वोत्तम होगा, जबकि मध्याह्न में मां गंगा का पूजन होगा। दोपहर 1 बजकर 7 मिनट से ज्येष्ठ एकादशी लग जाएगी और 31 मई को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा।
  • श्री गंगा दशहरा पर गंगा में स्नान का सबसे अधिक महत्व है।वेद माता गायत्री को त्रिमूर्ति देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश की देवी माना जाता है।
  • मां गंगा जब धरा पर आई तो 10 योग विद्यमान थे। मान्यता है कि मां गंगा के अवतरण के दिन हरिद्वार में स्नान करने से 10 प्रकार के पाप समाप्त हो जाते हैं।
  • बता दें कि स्नान के बाद 10 प्रकार की मिठाई, 10 फल, 10 वस्त्र गंगा मां को अर्पित करें। दूध, दही, शहद मां को अर्पण करें। वहीं, 31 मई को गायत्री जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
  • बता दें, आज के दिन ज्येष्ठ एकादशी मनाई जाएगी। गायत्री जयंती पूजन का मुहूर्त 30 मई को दोपहर 01:07 बजे से 31 की दोपहर 01:45 बजे तक रहेगा।

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