India News(इंडिया न्यूज़),Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन-तीन-ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिनमें मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 288 हो गई। इसके अलावा 1,000 से ज्यादा लोग इस घटना में घायल हुए हैं। 30 सालों में सबसे बड़ा ट्रेन दुर्घटना। जांच में जो अभी तक सामने आया है वो ये है कि ये मानवीय गलती है। शुक्रवार की रात की दुर्घटना के 18 घंटे बाद राहत और बचाव का काम बंद कर दिया गया। ऐसे में अब अधिकारियों ने यह पता लगाने के लिए एक मल्टी एजेंसी जांच शुरू की कि कैसे एक सुपरफास्ट ट्रेन अपनी लाइन से लूपलाइन में चली गई। इसके बाद वह खड़ी मालगाड़ी के पीछे से जा टकराई। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए रेलवे सुरक्षा आयुक्त एक अलग जांच करेंगे।
रेलवे अधिकारियों की ओर से की गई एक जांच में कहा गया है कि शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस को चेन्नई की ओर मेनलाइन पर जाने के लिए सिग्नल मिला था, लेकिन यह गलत तरीके से लूपलाइन की ओर मुड़ गई। दक्षिण पूर्व रेलवे की एक इंटरनल इंक्वायरी रिपोर्ट में इतना ही बताया गया है। दरअसल कोरोमंडल एक्सप्रेस 100 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से इतनी जोर से दुर्घटनाग्रस्त हुई कि उसका इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया और यात्रियों से भरे 22 डिब्बे पटरी से उतर गए। पटरी से उतरे तीन डिब्बे एक-एक करके पटरियों पर गिर गए। इसी दौरान स्टेशन से गुजर रही बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12864) के पिछले हिस्से से जा टकराई।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार दोपहर दुर्घटना स्थल का दौरा किया, जबकि ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने सुबह बहानगा में बचाव अभियान की समीक्षा की। इसके अलावा बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह हादसा भयानक त्रासदी है। दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
20 अगस्त 1995 को यूपी के फिरोजाबाद के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और कालिंदी एक्सप्रेस की आपसी टक्कर में 358 मौतें हुई थीं। इसके बाद 2 अगस्त 1999 असम के पास गैसल में ब्रह्मपुत्र मेल और अवध-असम एक्सप्रेस की टक्कर में 290 मौतें हुई थी और अब 2 जून 2023 ओडिशा के बालासोर जिले में तीन ट्रेनों के बीच हुए हादसे में 261 मौतें हुई थीं।