इंडिया न्यूज, Belly Fat : एक अध्ययन के अनुसार नींद की कमी से पेट की चर्बी बढ़ती है। यह खोज अमेरिका के न्यूयार्क राज्य के मेयो क्लिनिक के शोधकतार्ओं ने की है। उन्होंने बताया है कि नींद की कमी और मुफ्त के भोजन से खासकर पेट में कैलोरी की खपत और वसा का संचय बढ़ जाता है।
मेयो क्लिनिक में कार्डियोवैस्कुलर मेडिसिन विभाग में पीएचडी शोधकर्ता नैमा कोवासिन के नेतृत्व में किए गए शोध से पता चला है कि पर्याप्त नींद की कमी के कारण पेट के कुल वसा क्षेत्र में नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि नींद की कमी से पेट की आंत की चर्बी में पर्याप्त नींद लेनेवालों की तुलना में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। आंत की वसा पेट के गहरे अंदर हृदय और चयापचय संबंधी रोगों से जुड़े आंतरिक अंगों के आसपास जमा होती है।
पर्याप्त नींद की कमी के कारण अक्सर लोगों के व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है। यह परिवर्तन तेजी से फैल रहा है। अमेरिका में एक-तिहाई से अधिक वयस्क नियमित रूप से पर्याप्त नींद नहीं लेते। हालांकि पालियों में काम करनेवालों को आंशिक रूप से नींद मिलती है जबकि रात को सोने के समय लोग जागकर स्मार्ट फोन और सोशल नेटवर्किंग साइटों में अपने आप को व्यस्त रखते है। (Belly Fat)
जिससे उनका दैनिक जीवन प्रभावित होता है। दूसरी ओर अधिक समय तक जागने के कारण अधिक खाते हैं और कोई शारीरिक गतिविधि नहीं करते। जिससे समस्याए बढ़ते जा ही है। कार्डियोवास्कुलर मेडिसिन में एलिस शीट्स मैरियट प्रोफेसर, एमडी, पीएचडी, और अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता वीरेंड सोमर्स ने कहा कि हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि पर्याप्त नींद न लेने की स्थिति में युवा, स्वस्थ और अपेक्षाकृत दुबले लोगों में भी कैलोरी की मात्रा में वृद्धि होती है। जिससे वजन में बहुत कम वृद्धि और पेट के अंदर वसा के संचय में अधिक वृद्धि होती है।
डॉ सोमर्स ने कहा कि आम तौर पर वसा त्वचा के नीचे जमा होती है। लेकिन पर्याप्त नींद नहीं लेने के कारण वसा अधिक खतरनाक रूप से आंत में जाकर जमा होती है। दूसरी ओर महत्वपूर्ण बात यह है कि बाद में नींद पूरी कर लेने के दौरान कैलोरी की मात्रा और वजन में फिर से कमी आई लेकिन आंत की वसा में वृद्धि जारी रही। इससे स्पष्ट हो जाता है कि पर्याप्त नींद न लेने के कारण वसा का स्वाभाविक रूप से जमाव आंत में होता है और बाद में नींद पूरी कर लेने पर भी आंत में जमा हुई इस वसा में कमी नहीं हो पाती है। जिसके परिणामस्वरूप लंबे समय तक पर्याप्त नींद न लेने के कारण मोटापा, हृदय और चयापचय संबंधी बीमारियां सामने आती है। (Belly Fat)
अध्ययन में 12 ऐसे स्वस्थ लोगों को शामिल किया गया जो मोटे नहीं थे। इन प्रतिभागियों ने रोगियों के साथ 21- 21 दिनों के दो सत्रों में भाग लिया। प्रतिभागियों को औचक ढंग से एक सत्र के दौरान सामान्य नींद), सामूहिक नींद समूह और प्रतिबंधित नींद समूह की श्रेणी में रखा गया। इसके बाद तीन महीने के बाद अगले सत्र के दौरान उन्हें इसके विपरीत श्रेणियों में रखा गया। इसके बाद यह तथ्य सामने आया।
प्रतिभागियों को पहले चार दिन एक तरह की स्थिति में रहने दिया गया। इस दौरान सभी प्रतिभागियों को नौ घंटे तक सोने की अनुमति दी गई। अगले दो हफ्तों के लिए प्रतिबंधित नींद समूह को चार घंटे की नींद की अनुमति दी गई। इसके बाद रात दोनों समूहों को तीन दिन और तीन रात नौ-नौ घंटे सोने की अनुमति दी गई। (Belly Fat)
प्रतिबंधित नींद समूह के प्रतिभागियों ने आम दिनों से इस दौरान प्रति दिन 300 से अधिक अतिरिक्त कैलोरी का सेवन किया। इसके साथ ही लगभग 13 प्रतिशत अधिक प्रोटीन और 17 प्रतिशत अधिक वसा का सेवन किया। जबकि कम नींद लेने के शुरूआती दिनों में भोजन की खपत सबसे ज्यादा थी। वहीं नींद पूरी करने की अवधि में भोजन की खपत शुरूआती स्तर पर आ गया। जबकि ऊर्जा का व्यय लगभग पूरे समय तक एक समान ही रहा।
डॉ. सोमर्स ने कहा कि जो लोग नींद पूरी नहीं लेते है उन्हें अधिक व्यायाम और स्वस्थ भोजन लेने की आदत डालनी चाहिए। तभी वे स्वस्थ रह सकते है। (Belly Fat)
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