India News (इंडिया न्यूज़),Ghaziabad News: यूपी के गाजियाबाद में पुलिस पर संगीन आरोप लगाए हैं। दरअसल, परिजनों का कहना है कि दिलशाद कपड़े ड्राइक्लीन का काम करता है। उसके पास एक चौकी इंचार्ज का फोन आया था जिसके बाद वो उनके कपड़े देने चला गया। इसके कई घंटे बाद परिजनों को दिलशाद की मौत की खबर मिली। परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने थाने में जाकर हंगामा किया और दिलशाद के बारे में पूछा तब पुलिस कर्मियों ने बताया कि दिलशाद जिस गाड़ी में था। उसका एक केंटर गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया और दिलशाद को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
जबकि जिस गाड़ी में एक्सीडेंट होना बताया जा रहा है। उस गाड़ी में कहीं भी खून के निशान नहीं हैं। इतना ही नहीं दिलशाद की बॉडी पर कई जगह पिटाई के निशान मिले हैं। इस मामले में दिलशाद के परिजनों ने थाना विजय नगर पर जमकर हंगामा किया। परिजनों का कहना था कि आज दोपहर दिलशाद के पास एक दारोगा का फोन आया था। जिसने अपनी वर्दी लाने के लिए बोला था। दिलशाद दोपहर में वर्दी देने के लिए घर से निकला तो उसको पुलिसवालों ने पकड़ कर गाड़ी में डाल लिया। इसके बाद परिजन उसको कभी इंदिरापुरम थाने कभी विजयनगर थाने में तलाशते रहे। परिजनों के अनुसार पुलिस वालो ने हर बार अलग कहानी बताई। कभी बोला दिलशाद दिल्ली चला गया। कभी बोला उसका एक्सीडेंट हो गया और वो अस्पताल में भर्ती है। परिजनों का आरोप है कि दिलशाद की मौत पुलिस कस्टडी में पिटाई से हुई है। जबकि पुलिस झूंटी कहानी बनाकर इसको एक्सीडेंट का रूप देना चाहती है।
इस मामले में एसीपी सलोनी अग्रवाल का कहना है कि थाना विजयनगर पर दिलशाद खान के विरुद्व एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त होता है। इनको पूछताछ के लिए जिस गाडी मे लेकर आ रहे थे उस गाडी का आयशर कैन्टर वाहन से एक्सीडेंट होता है। हास्पिटल लेकर जाने पर डाक्टर द्वारा इनको मृत घोषित कर दिया गया। वाहन आयशर केन्टर के चालक व हेल्पर को पकड लिया गया है। आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। परिजनों के लगाए आरोप पुलिस को शक के दायरे में खड़ा कर रहे हैं। पुलिस दिलशाद के खिलाफ शिकायत मिलने की बात कह रही है लेकिन उसके खिलाफ शिकायत क्या है और शिकायत करने वाला कौन है ये बात पुलिस ने अभी तक नहीं बताई।