India News (इंडिया न्यूज़), Uttarkashi Love Jihad: उत्तरकाशी के पुरोला से नाबालिग लड़की को समुदाय विशेष के दो लड़कों द्वारा भगाने का प्रयास करने का मामला शांत होने का नाम नही ले रहा। अब ये मामला प्रधानमंत्री के पास पहुंच गया है। उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा, कुछ लोग मामले को सांप्रदायिक रंग देकर 70 साल से उत्तरकाशी में रहे लोगों को निशाना बना रहे हैं।
आयोग की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है, कि उत्तरकाशी से समुदाय विशेष के लोगों ने आयोग को इससे संबंधित प्रार्थना पत्र, वीडियो और फोटो भेजे हैं। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे के जिलाध्यक्ष को भी मकान व दुकान खाली कर उत्तरकाशी से पालयान करने के लिए मजबूर है। लगभग 45 दिनों से दुकानों में तोड़ फोड़ की घटनाएं देखने को मिली हैं। जिसके बाद से ही विशेष समुदाय के लोगों में डर का महौल हैं।
आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने दुख के साथ कहाना पड़ रहा है कि हमारी स्थिति अपने समाज में भी दयनीय है और बीजेपी में भी। आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा पुरोला से समुदाय विशेष के लोगों को पलायन करने से रोका जाए। उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। अपराध करने वालों को बख्शा न जाए, लेकिन अपराध की आड़ में निर्देशों के साथ अन्याय न हो। सोशल मीडिया के जरिए गलत पोस्ट डालने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।
पिछले 26 मई को बिजनौर सैनी और उवेस खान ने पुरोला में एक एक नाबालिग लड़की को भगाने का प्रयास किया। जिन्हें स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने पकड़ा। जिसके बाद पुरोला में मुस्लिम व्यापारियों के विरुद्ध स्थानीय व्यापारियों और स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ा।
तब से अभी तक पुरोला में मुस्लिम व्यापारियों की एक भी दुकान नहीं खुल पाई है। पुरोला में 30 से अधिक दुकानें पिछले 18 दिनों से बंद हैं। जबकि 14 व्यापारियों ने दुकानें खाली कर दी हैं।
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