India News (इंडिया न्यूज़),Uttarakhand Weather: प्रदेश के सभी जिलों में मंगलवार को भारी बारिश की संभवना है। मौसम विभाग ने सभी जिलों के लिए भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है। केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि नैनीताल, देहरादून, बागेश्वर व चम्पावत में अन्य मुकाबले अधिक बारिश होने के आसार हैं। प्रदेश में 4 चार अगस्त तक भारी बारिश का येलो अर्टट जारी किया गया है।
इस वर्ष जून-जुलाई में सबसे अधिक बागेश्वर जिले में बारिश हुई। जबकि, नैनिताल में सबसे कम वर्ष हुई है। हालांकि, उत्तराखंड में सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार जून-जुलाई में बागेश्वर में 1114.8 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 165 प्रतिशत ज्यादा है। सामान्य तौर पर बागेश्वर में 420.5 एमएम बारिश होती है। जबकि, नैनीताल में सबसे कम 537.4 एमएम बारिश हुई, जो कि सामान्य से 35 फीसदी कम है। नैनीताल में सामान्य तौर पर 831.9 एमएम बारिश हुई। वहीं, देहरादून में सामान्य से 50 फीसदी अधिक 1093 एमएम बारिश हुई।
प्रदेश में इन 2 महिनों में 705.2 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक है। जुलाई महिने की बात करें तो चम्पावत जिले में सबसे कम वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, बीते सालों के मुकाबले इस साल इन दो महीनों में बारिश कम हुई है। अगस्त के दूसरे सप्ताह से पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार हैं।
वहीं, मौसम विभाग के केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के कई इलाकों में बिजली चमकने और मूसलाधार बारिश होने के आसार बने हुए हैं। विभाग की ओर से हिदायत दी गई है कि गर्जन और भारी बारिश के कारण संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन से सड़क मार्ग और राजमार्ग अवरुद्ध होने की संभावना है। ऐसे में मौसम की सटीक जानकारी लेने के बाद ही यात्रा करें।
बता दें, उत्तराखंड के सभी जिलों में शनिवार से अगले तीन दिन भारी बारिश होने के आसार बने हुए है। वहीं मौसम विभाग ने 29 जुलाई से 1 अगस्त तक पूरे प्रदेश में तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही धरासू में भारी मलबा गिरने के कारण कल सुबह गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं, जबकि यमुनोत्री राजमार्ग डाबरकोट सहित कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण बंद हो गया है।